अंबेडकरनगर। 16 सितंबर, 2024
कस्बा बसखारी में मरकजी अशरफ सीरत कमेटी समेत कई अंजुमनों के सामूहिक पहल पर पूर्व सज्जादानशीन सै. फखरुद्दीन अशरफ के आवास से 12 रवीउलअव्वल का जुलूस निकाला गया। जुलूस का काफिला मुख्य बाजार, पूर्वी चौराहा, ग्राम डोंड़ो, पश्चिमी चौराहा समेत विभिन्न मार्गों से होकर गुजरा। शाम साढ़े छह बजे के करीब जुलूस का समापन हुआ।
जुलूस के आगे अकीदतमंद रंग बिरंगे झंडे, राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा लेकर बुलंद नारे लगाते हुए चल रहे थे। जुलूस के काफिले में घोड़े, ऊंट शोभा बढ़ा रहे थे। काबा शरीफ, मदीना शरीफ समेत कई आकर्षक झांकियां निकाली गई थी। बसखारी कस्बे में निकले जुलूस के दौरान शहनाई वादक की टीम राष्ट्रीय गान सारे जहां से अच्छा हिंदोस्तां हमारा बजाते हुए चल रही थी।
निकले जुलूस के दौरान कस्बे में गंगा जमुनी तहजीब, राष्ट्रीय एकता अखण्डता की झलक दिखी। जुलूस में सै. फैजान अहमद चांद, खलीक अशरफ, आले मुस्तफा छोटे बाबू, मेराज अहमद, सै. नफीस अशरफ, इंतेजामिया कमेटी के अध्यक्ष सै. अजीज अशरफ, सै. फरहान, दस्तगीर अशरफ, जोहेब खान, डा. शोएब, शायर कुमैल अहमद, अकील अशरफ, आफताब अशरफ उर्फ गुड्डू मियां, जहांगीर अशरफ गुड्डू, मास्टर राही, सहाबू खान समेत अन्य लोग मुख्य रूप से शामिल रहे। उधर, प्रसिद्ध सूफी संत हजरत मखदूम अशरफ से कई अंजुमनों के संयुक्त पहल पर 12 रवीउलअव्वल का जुलूस निकाला गया। जुलूस में घोड़े पर बैठे छोटे बच्चे राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा समेत अन्य झंडों को लिए हुए थे। किछौछा दरगाह से निकले जुलूस में अकीदतमंदों का जोश, जुनून और उत्साह देखने लायक था।