अंबेडकरनगर। 26 नवंबर, 2023
उच्च न्यायालय, इलाहाबाद के आदेशानुसार एवं राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण, नई दिल्ली एवं उप्र राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, लखनऊ के निर्देशों के क्रम में, रविवार को जनपद न्यायालय अम्बेडकरनगर, सभागार में संविधान दिवस के अवसर पर राम सुलीन सिंह जनपद न्यायाधीश/अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, अम्बेडकरनगर द्वारा जनपद न्यायालय अम्बेडकरनगर के सम्मानित न्यायिक अधिकारीगण, कर्मचारीगण की उपस्थिति में संविधान के उद्देशिका का पाठ किया गया।
संविधान दिवस के अवसर पर संविधान की प्रस्तावना का पाठ करने के उपरान्त राम सुलीन सिंह, जनपद न्यायाधीश/अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, अम्बेडकरनगर द्वारा बताया गया कि भारत का संविधान देश का सर्वोच्च विधान है जो संविधान सभा द्वारा 26 नवम्बर 1949 को पारित हुआ तथा 26 जनवरी 1950 को प्रभावी हुआ। यह दिन भारत के संविधान दिवस के रूप में घोषित किया गया है। भारत का संविधान विश्व के किसी भी गणतांत्रिक देश का सबसे लंबा लिखित संविधान है। प्रत्येक राज्य में एक विधानसभा है कुछ राज्यों में एक ऊपरी सदन है जिसे विधानपरिषद कहा जाता है। राज्यपाल राज्य का प्रमुख है। प्रत्येक राज्य का राज्यपाल होगा तथा राज्य की कार्यकारी शक्ति उसमें निहित होगी, मन्त्रीपरिषद जिसका प्रमुख मुख्यमंत्री है राज्यपाल को उसके कार्यकारी कार्यों के निष्पादन में सलाह देती है। राज्य की मंत्रिपरिषद सामूहिक रूप से राज्य की विधानसभा के प्रति उत्तरदायी है। संविधान की सातवीं अनुसूची में संसद तथा राज्य विधायिकाओं के बीच विधायी शक्तियों का वितरण किया गया है अवशिष्ट शक्तियां संसद में विहित हैं। भारतीय संविधान देश को एक धर्मनिरपेक्ष, और लोकतंत्रात्मक गणतंत्र, भारतीय नागरिकों को सुरक्षित करने के लिये न्याय समानता स्वतंत्रता और संघ के रूप में गठन करने के लिये अपनाया गया था भारत का संविधान दुनिया में अनोखा है और संविधान सभा द्वारा पारित करने में लगभग 2 साल 11 महीने और 17 दिन का समय लिया गया। देश का संविधान लिखित और विस्तृत है तथा इसमें न्यायपालिका की स्वतंत्रता, यात्रा, रहने, भाषण, धर्म शिक्षा आदि की स्वतंत्रता दी गई है हमारे संविधान में मौजूद कई विशेषताओं के कारण ही दुनिया के कई देशों ने भारतीय संविधान को अपनाया है। संविधान के पाठ के दौरान सुश्री ज्योत्सनामणि यदुवंशी, प्रधान न्यायाधीश किशोर न्याय बोर्ड, राजन राठी, न्यायिक मजिस्ट्रेट, अभिषेक सिंह, सिविल जज जू0डि0 त्वरित-प्रथम, शिव कुमार, मुख्य प्रशासनिक अधिकारी, अमित कुमार वर्मा, कोर्ट मैनेजर, मयूर श्रीवास्तव सिस्टम आफिसर, धर्म नरायन यादव, सहायक अभियोजन अधिकारी, मनोज कुमार पाण्डेय, केन्द्रीय नाजिर, सुभाषचन्द्र वर्मा, मुख्य वाचक जर्नादन प्रसाद पाण्डेय व समस्त न्यायालय कर्मचारीगण उपस्थित रहें।