अंबेडकरनगर। 06 नवंबर, 2020
किछौछा दरगाह स्थित खानकाह हुजूर मखदूम सानी के सज्जादानशीन व बसखारी के मदरसा महबूबे यजदानी के प्रबंधक सै. कुमैल अशरफ अशरफीउल जिलानी अब इस दुनिया मेें नहीं रहे। महाराष्ट्र के मुंबई के एक निजी अस्पताल में गुरुवार को उनका निधन हो गया था। वे 96 वर्ष के थेे। वे पिछले कुछ समय से सीने में तकलीफ के चलते बीमार चल रहे थे।
मुंबई से हवाई जहाज के जरिए शुक्रवार को उनका शव लखनऊ एयरपोर्ट पर लाया गया और वहां से सड़क मार्ग के जरिए उन्हें किछौछा दरगाह के खानकाह में लाया गया। सज्जादानशीन व प्रबंधक सै. कुमैल अशरफ अशरफीउल जिलानी केे काफी संख्या में महाराष्ट्र के पुणे, नागपुर, सोलापुर, मुंबई समेत कई शहरों में मुरीदीन ( शिष्य ) हैं। उनकेे निधन पर किछौछा दरगाह के सज्जदानशीन व आॅल इण्डिया मुस्लिम पर्सनल लाॅ बोर्ड के उपाध्यक्ष सै. फखरूद्दीन अशरफ, सज्जादाशीन मोहिउद्दीन अशरफ, सज्जादानशीन मोइनुद्दीन अशरफ, सै. फैजान अहमद चांद, शैखुल हदीस मौलाना सिद्दीक साहब, मेराज अशरफ एडवोकेट, खलीक अशरफ, मौलाना वली अशरफ, मौलाना सरवर, एडवोकेट निजाम अशरफ, मोहम्मद अशरफ बडे बाबू, आले मुस्तफा छोटे बाबू, गौस अशरफ, इसरार मियां समेत अन्य लोगों ने गहरे दुःख का इजहार किया है। उधर, शुक्रवार रात को सज्जादानशीन सै. कुमैल अशरफ अशरफीउल जिलानी को खानकाह हुजूर मखदूम सानी परिसर में सुपुर्द-ए-खाक कर दिया गया। जिसमें भारी संख्या में खानवादए अशरफिया के सदस्य, अकीदतमंद और लोग शामिल रहे।