लखनऊ। 07 फरवरी, 2023
आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना कैंसर मरीजों के लिए वरदान साबित हो रही है। योजना के तहत अब तक प्रदेश के करीब 1.20 लाख कैंसर मरीजों को इलाज मुहैया कराया जा चुका है। इनमें करीब 48 फीसद महिलाएं शामिल हैं। यह बातें स्टेट एजेंसी फॉर कम्प्रेहेंसिव हेल्थ एंड इंटिग्रेटेड सर्विसेज (साचीज) की सीईओ संगीता सिंह ने कैंसर जाँच, इलाज व देखभाल से जुड़े अस्पतालों के डाक्टरों के क्षमतावर्धन और मानक को मजबूत बनाने पर मंगलवार को केजीएमयू के शताब्दी फेज-2 सभागार में प्रशिक्षण कार्यशाला के दौरान कहीं। प्रशिक्षण कार्यशाला को टेक्निकल पार्टनर एक्सेस हेल्थ और रोश इण्डिया हेल्थकेयर इंस्टीट्यूट ने सहयोग प्रदान किया। प्रशिक्षण कार्यशाला में प्रदेश के सरकारी और प्राइवेट मेडिकल कालेजों के 85 डाक्टरों ने भाग लिया।
साचीज सीईओ ने कहा कि आज भी कैंसर को लेकर कई तरह की भ्रांतियां मौजूद हैं, जिन्हें दूर करना बहुत जरूरी है। लक्षण नजर आने पर भी मरीज आसानी से कैंसर से ग्रसित होने की बात स्वीकार करने को तैयार नहीं होता और दूसरी बीमारी मानकर इधर-उधर इलाज कराता है। इसमें लम्बा वक्त निकल जाता है जबकि पहले व दूसरे चरण में ही कैंसर की पहचान कर ली जाए तो उसका इलाज संभव बनाया जा सकता है अन्यथा दवाओं के बल पर केवल दर्द से राहत दी जा सकती है। कमजोर वर्ग को योजना के तहत बेहतर इलाज मुहैया कराने के लिए ही समय-समय पर विभिन्न तरह के कैंसर की जाँच और इलाज को पैकेज में शामिल किया गया है। आगे भी जो सुझाव आएंगे उसके तहत ज्यादा से ज्यादा लोगों को योजना का लाभ दिलाने का प्रयास किया जायेगा। उन्होंने कैंसर की स्क्रीनिंग बढ़ाने पर जोर देते हुए कहा कि योजना के शुरू होने से पहले महिलाओं को स्तन कैंसर का समुचित इलाज नहीं मिल पाता था क्योंकि सर्जरी कराने की उनकी क्षमता नहीं होती थी। अब आयुष्मान योजना के तहत बिना किसी खर्च के सर्जरी की सुविधा उपलब्ध है।