अंबेडकरनगर। 04 मार्च, 2022 नौशाद खां अशरफी/अभिषेक शर्मा राहुल
18 साल की उम्र की दहलीज पार कर चुके युवा वोटरों ने अपनी जिंदगी में पहली बार लोकतंत्र के महापर्व मतदान के दिन अपने-अपने चहेते विधायक प्रत्याशियों के पक्ष में मतदान करके एक नई इबारत लिखी। पहली बार वोट डालने वाले अधिकांश युवा मतदाताओं का जोश, जुनून व उत्साह देखने लायक था। न्यूज फ्लोर टीम ने पहली बार वोटिंग कर करे कुछ युवाओं से बात की। वोट डालने के बाद किसी ने कहा कि मतदान केंद्र के बूथ पर ईवीएम मशीन देखने की हसरत पूरी हो गई तो किसी ने कहा कि मत प्रकट करने के लिए अंगुली पर स्याही का निशान लगवाने की तमन्ना पूरी हो गई।
मतदान केंद्र पूर्व मा. वि. बसखारी के बूथ संख्या 215 पर पहली बार वोट डालने वाले सैफ खान का कहना है कि ईवीएम मशीन कैसी होती है और वोट डालने वाला बटन कैसा होता है और बटन दबाते ही कोई लाइट जलती है। यह देखने के लिए मैं काफी उत्सुक रहा करता था। मेरी यह तमन्ना पूरी हो गई। किछौछा नगर पंचायत के निवासी युवा वोटर अनस खान ( 19 वर्ष ) का कहना है कि पांच साल पहले मै, 14 वर्ष का था। लेकिन 18 साल पूरा न होने के चलते वोट नहीं डाल पाया था। लेकिन गुरुवार को मेरे दिल की मुराद पूरी हो गई। निकाय किछौछा के ही युवा मतदाता क्षितिज मोदनवाल ( 20 वर्ष ) ने कहा कि इस बार का विधानसभा चुनाव उनके लिए पूरे जीवन में काफी यादगार रहेगा। क्योकि पहली बार वोट डाल कर मैं, बहुत खुश हूं। मतदान केंद्र पूराबजगौती के बूथसंख्या 348 पर पहली बार मत प्रकट करने वाले विजय कुमार विश्वकर्मा का कहना है कि बचपन में वह अपने घर के दादा-दादी को साथ लेकर वोट डलवाने के लिए जाते थे। लेकिन 6 फरवरी के दिन खुद वोट डालने का मौका पहली बार मिला, यह मेरे लिए काफी सुखद अनुभव है। किछौछा के 20 वर्षीय छात्र अब्दुल वाहिद मलिक का कहना है कि इसी वर्ष मैंने सिविल इंजीनियरिंग का डिप्लोमा कोर्स पास किया है। मैंने रोजगार देने वाली सरकार के पक्ष में मतदान किया है। निजामुद्दीननगर निवासी परवेज जिया ने कहा कि मतदान के समय अक्सर लोग अपना वोट डालकर अंगुली में स्याही लगवा कर निकला करते थे। मैं, भी इंतजार करता था कि 18 साल का होने के बाद वोट डालूंगा और अपने अंगली में स्याही लगवा कर लोकतंत्र के महापर्व का गवाह बनूंगा। सो मेरी यह हसरत भी पूरी हो गई।