महोबा, 20 जून 2021।
कोरोना संक्रमण की रफ्तार अब कम हो गई है। महोबा जनपद बुंदेलखंड का पहला कोरोना मुक्त जिला हो गया है। जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार के प्रयासों का नतीजा है कि रविवार को जनपद पूरी तरह कोरोना मुक्त हो चुका है, इस समय जिले में कोई भी सक्रिय मरीज नहीं है। सीएमओ ने बताया कि अगर सात दिनों तक कोई पाजिटिव केस नहीं मिलता है तो शासन स्तर से जनपद कोरोना मुक्त घोषित हो जाएगा। प्रतिदिन 1300 से अधिक संदिग्धों की जांच की जा रही है लेकिन एक भी संक्रमित मरीज नहीं मिला है।
जनपद में कोरोना का सबसे पहला केस पहली मई 2020 को मिला था। यहां जिला अस्पताल में कार्यरत दो कर्मी संक्रमित पाए गए थे। उन्हें इलाज के लिए बांदा स्थित राजकीय मेडिकल कालेज में भर्ती कराया गया था। इसके बाद अनेक विद्यालयों में क्वारंटाइन सेंटर बनाया गया, जहां संक्रमितों के संपर्क में आने वालों को रखा गया। जिला अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भी संक्रमित मरीजों को भर्ती कर इलाज कराया गया और कुछ मरीजों को पनवाड़ी, चरखारी, श्रीनगर में बने कोविड अस्पतालों में भर्ती कराया गया। संक्रमण की रफ्तार थोड़ी कम होने के बाद होम आइसोलेट की प्रक्रिया शुरू हुई। प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग की टीमों ने गांवों में लोगों को कोरोना से बचने के तरीके बताए।
मुख्य चिकित्साधिकारी डा. एमके सिन्हा ने बताया कि अब जिले में कोई भी सक्रिय केस नहीं बचा है। और न ही जिले से बाहर कोई मरीज है। अभी तक जनपद से एंटीजन, आरटीपीसीआर और ट्रूनाट से 3,96,691 की जांच कराई जा चुकी है। इसमें 3,95,370 की रिपोर्ट मिल चुकी है। 1321 की रिपोर्ट प्रतिक्षारत है। अब तक की जांच में कुल 4264 संक्रमित मिले है जिसमें 4178 संक्रमण को मात देकर स्वस्थ हो चुके है। इसमें 1229 को कोविड अस्पताल और 2949 को होम आइसोलेट किया गया था। संक्रमण से 86 लोगों की मौत हुई है। लेकिन विभाग अभी भी सतर्कता बरत रहा है। रोजाना 1200 से अधिक लोगों की जांच की जा रही है.