अंबेडकरनगर। 23 नवंबर, 2025
विगत दो वर्षों से अपने काम नहीं बल्कि अपने कारनामों के लिए चर्चित नगर पंचायत अशरफपुर किछौछा में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। नगर पंचायत टैक्सी स्टैंड के ठेकेदार चंद्रजीत यादव की ओर से नीलामी धनराशि पर लाखों रुपए जीएसटी न जमा करने का गंभीर मामला प्रकाश में आया है। निकाय क्षेत्र के लोग इसे कथित तौर पर जीएसीटी घोटाला के रूप में देख रहे हैं।
किछौछा नगर पंचायत टैक्सी स्टैंड की नीलामी चन्द्रजीत यादव निवासी केशवपुर पचपोखरा के नाम हुई थी। उक्त ठेकेदार ने 82,00,500 रुपए की नीलामी धनराशि जमा की है। लेकिन यह बताया जाता है कि टैक्सी स्टैंड ठेकेदार के तरफ से 20 सितम्बर 2024 से 31 मार्च 2025 के दौरान नीलामी धनराशि पर देय जीएसटी के रुपए जमा नहीं किए गए हैं। उक्त धनराशि पर जीएसटी अधिनियम 2017 के तहत आरसीएम के आधार पर 18 प्रतिषत जीएसटी देय था। लेकिन ठेकेदार की ओर से जीएसटी जमा किये जाने का कोई प्रमाण प्रस्तुत नहीं किया गया है और न ही जीएसटी पोर्टल पर इस अवधि में कर जमा होने का कोई रिकॉर्ड ही उपलब्ध है। उधर, अच्छेलाल, राज्य कर अधिकारी जीएसटी ( खंड 2 अंबेडकरनगर ) ने संबंधित ठेकेदार चन्द्रजीत यादव को एक पत्र/नोटिस जारी किया है। जारी पत्र में ठेकेदार को निर्देषित किया गया है कि उक्त के संबंध में अपना जवाब 19 दिसंबर 2025 तक दाखिल करें। यदि जवाब दाखिल नहीं किया गया तो यह अवधारणा की जाएगी कि आपको ( ठेकेदार ) को कुछ नहीं कहना है। ऐसी स्थिति में ठेकेदार को कोई अन्य अग्रेत्तर सूचना दिए बिना विधि सम्मत प्रक्रिया षुरू कर दी जाएगी। इस बीच, ईओ किछौछा संजय जैसवार का कहना है कि यदि ठेकेदार ने जीएसटी का पैसा नहीं जमा किया है तो वह ( ठेकेदार ) अपने कृत्त का स्वयं जिम्मेदार होगा।







































