अंबेडकरनगर। 28 अगस्त, 2025
अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त किछौछा दरगाह में बुजुर्ग रियाज अहमद की 39 वीं बरसी ( पुण्यतिथि ) मनायी गई। सालाना बरसी के मद्देनजर भव्य जलसे का आयोजन हुआ। इस दौरान बुजुर्ग रियाज अहमद को खेराजे अकीदत ( श्रद्धांजलि ) पेश किया गया। जामे अशरफ के प्रधानाचार्य मौलाना अब्दुल खालिक की अध्यक्षता में हुए कार्यक्रम का संचालन मौलाना जाबिर अहमद ने किया। विशेष दुआओं के साथ जलसे का समापन हुआ। इस मौके पर दरगाह में आए हुए जायरीनों में लंगर का भी वितरण किया गया।
कुरआन पाक की तिलावत से जलसे की शुरुआत हुई। शायरों और नातखांओं ने खुदा की शान में हम्द, नबी की शान में नातिया कलाम व सूफी संत हजरत मखदूम अशरफ की शान में मनकबत पेश किया। नातखांओं व शायरों के अशआर ( पंतियां ) लबों को छूकर सीधे रूह तक उतरते चले गए। मुख्य वक्ता मस्जिद-ए-सिमना के पेश इमाम व मुफ़्ती मौलाना रिजवान अशरफी जामई ने बहुत उम्दा तकरीरें करके वाहवाहियां लूटीं। जलसे में मदरसा जामे अशरफ व मदरसा मखदूम अशरफ समेत कई मदरसों के छात्रों ने सहभागिता की। खास बात यह है कि हुए जलसे में बुजुर्ग रियाज अहमद का खेराजे अकीतदत पेश किया गया। उनके जानशीन फैजान खान के लिए और बरसी में मौजूद सभी लोगों के लिए विशेष दुआएं मांगी गई। कार्यक्रम में विधायक टांडा राममूर्ति वर्मा, फैज़ान अहमद चांद, खलीक अशरफ, मुराद अली, मशकूर अहमद, अतहर खां, डा. दीपक मौर्य ( आर्थो ), प्रधान संघ अध्यक्ष बसखारी विजयमणि यादव, दबीर अहमद शाह, संदीप यादव, संदीप वर्मा, राजेश गुप्ता, सै. इंतेखाब आलम, शाह आलम, मेराज अहमद, फहद अशरफ,, दस्तगीर अहमद, अंकुश पटेल, सईद मुजाविर, समेत अन्य लोग मुख्य रूप से मौजूद रहे।










































