अंबेडकरनगर। 29 दिसंबर, 2023
किछौछा नगर पंचायत के बोर्ड की बैठक के दौरान चेयरमैन के तरफ से एक सभासद की निर्ममतापूर्वक पिटाई के मामले में कोई सर्वमान्य हल निकल नहीं पाया है। हालांकि गुरुवार रात 10 बजे तक बसखारी थाने में दोनों पक्षों के बीच सुलह-समझौते की कोशिशें जारी रहीं। शुक्रवार को भी दिन भर सुलह-समझौते के प्रयास जारी रहे। जो निरर्थक साबित हुआ।
गुरुवार देर शाम को सीओ सीटी सुरेश कुमार मिश्र की कड़ी मशक्कत से किछौछा नगर पंचायत कार्यालय में फंसे चेयरमैन ओंकार गुप्ता को बाहर निकलवाया गया और थाने पर बुलाया गया। बसखारी थाने में चेयरमैन अपने समर्थकों के साथ पहुंचे। उधर, मारपीट के शिकार सभासद विनोद भारती भी अपने समर्थकों के साथ बसखारी थाने पर पहुंचे। थाने के अंदर गुरुवार रात करीब 10 बजे तक सीओ सिटी सुरेश कुमार मिश्र, सीओ टांडा संजयनाथ तिवारी, एसडीएम टांडा की मोजूदगी में चेयरमैन और पीड़ित सभासद के बीच सुलह-समझौते की कवायद जारी रही। जलालपुर, टांडा कोतवाली समेत अन्य थानों की पुलिस फोर्स बसखारी बुलवायी गई थी। थाने के अंदर दोनों पक्षों के बीच बातचीत जारी थी और थाने के बाहर चेयरमैन तथा सभासद के समर्थकों की भारी भीड़ जमा थी। बसखारी थाने के अंदर और बाहर के दृश्यों को देखकर ऐसा प्रतीत हो रहा था कि किसी चुनाव परिणाम या नतीजे की घोषणा होने वाली है। दोनों पक्ष के लोग इस घटनाक्रम को हार-जीत से जोड़ कर देख रहे थे। एक बार ऐसा लगा कि दोनों पक्षों में सुलह-समझौता हो गया।
बताया यह भी जाता है कि थाने के अंदर मिठाइयां भी बंट गईं और चेयरमैन तथा सभासद गले भी मिले। लेकिन थोड़ी ही देर में घटनाक्रम बहुत तेजी से बदला। दलित सभासद से जुड़ीं एक दलित महिला नेता के हंगामे के चलते सुलह-समझौते के सारे प्रयास नाकाम साबित हुए। इस बीच, रात करीब 09.35 बजे भाजपा जिलाध्यक्ष त्रयंबक तिवारी चंद लोगों के साथ बसखारी थाने पहुंचे और उन्होंने अपने स्तर से सर्वमान्य हल निकालने के लिए पहल भी की। लेकिन कोई बीच का रास्ता निकल नहीं पाया। बताया जाता है कि 30 दिसंबर के बाद एक बार फिर चेयरमैन और सभासद के बीच आम सहमति बनाने के लिए कवायद की जाएगी। शुक्रवार दिन भर पीड़ित दलित सभासद विनोद भारती को सुलह के लिए मनाने का प्रयास किया गया। लेकिन वह अपनी जिद पर अड़े रहे। सभासद विनोद भारती ने सोशल मीडिया पर एक वीडीयो जारी किया। उस वीडीयो में वह सुलह-समझौता हो जाने का खंडन कर रहे हैं और चेयरमैन के खिलाफ विधिक कार्रवाई के लिए अदालत जाने की बात कर रहे हैं। सभासद का यह भी कहना है कि चाहे उसे जेल जाना पड़े वह झुकेंगे नहीं।