अंबेडकरनगर। 06 अगस्त, 2024
अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त किछौछा दरगाह में सूफी संत हजरत मखदूम अशरफ के सप्ताह भर चलने वाले 638 वें वार्षिक उर्स मेले में देश भर के करीब 4 लाख जायरीनों/श्रद्धालुओं का अवागमन हुआ। इन 4 लाख जायरीनों के लिए मात्र एक फ्री मेडिकल कैंप की व्यवस्था की गई थी। डीएम के स्पष्ट आदेश के बावजूद फ्री मेडिकल कैंप की संख्या में इजाफा न होने पर स्वास्थ विभाग के खिलाफ लोगों में काफी नाराजगी देखी जा रही है।
प्रत्येक वर्ष वार्षिक उर्स में स्वास्थ महकमा के तरफ से कर्बला मैदान, इंतेजामियां कमेटी कार्यालय के सामने व किछौछा नगर पंचायत कार्यालय परिसर समेत तीन स्थानों पर फ्री मेडिकल कैंप लगाया जाता था। करीब 10 दिन पहले टांडा तहसील सभागार में एसपी डा. कौस्तूभ, सीएमओ डा. राजकुमार समेत अन्य अधिकारियों की मौजूदगी में जिलाधिकारी अविनाश कुमार सिंह की अध्यक्षता में उर्स मेला तैयारी बैठक का आयोजन किया गया था। इस तैयारी बैठक में दरगाह से जुड़े लोगों ने भारी संख्या में महिला तीर्थ यात्रियों की आगमन को देखते हुए तीन फ्री मेडिकल कैंप के बजाए और अधिक संख्या में फ्री मेडिकल कैंप लगाने की मांग रखी थी। इस पर डीएम श्री सिंह ने स्वास्थ विभाग को फ्री मेडिकल कैंप की संख्या बढ़ाने का निर्देश दिया था।
लेकिन डीएम के स्पष्ट निर्देश के बावजूद फ्री मेडिकल कैंप की संख्या और बढ़ने के बजाए घटकर एक हो गई। इस बार के उर्स मेले में केवल किछौछा नगर पंचायत कार्यालय परिसर में ही निःशुल्क चिकित्सा शिविर लगी थी। यह फ्री मेडिकल कैंप किछौछा दरगाह के आस्ताने से करीब एक किमी. की दूरी पर होने के कारण आम जायरीन मरीजों की पहुंच यहां तक न हो सकी। उधर, सामुदायिक स्वास्थ क्रेंद्र बसखारी के प्रभारी अधीक्षक डा. भास्कर सूर्या से यह पूछे जाने पर कि डीएम अविनाश कुमार सिंह के स्पष्ट निर्देश के बावजूद दरगाह के मेला क्षेत्र में क्यों फ्री मेडिकल कैंप की संख्या नहीं बढ़ाई गई। इस पर उन्होंने सीधे तौर पर उत्तर नही दिया।