अंबेडकरनगर। 29 सितंबर, 2022 नौशाद खां अशरफी/अभिषेक शर्मा राहुल
रविवार से शुरू हुई किछौछा रामलीला समिति का मंचन कार्यक्रम जारी है। मंगलवार की रात ताड़का वध का मंचन किया गया। बुधवार रात्रि फुलवारी लीला व जनक बाजार का मंचन किया गया।
अयोध्या के पास सुंदर वन में ताड़का नाम की एक राक्षसी अपने दो पुत्रों मारीच और सुबाहु के साथ रहती है। ये तीनो आए दिन वन में रहने वाले ऋषि मुनियों को परेशान करते हैं। पूरा वन इन लोगों के आतंक से आतंकित रहता था। मुनि विश्वामित्र राजा दशरथ के राजमहल जाकर दशरथ के दो युवा पुत्र राम व लछ्मण को अपने साथ ले जाकर इन दुष्टों का विनाश कराने की इच्छा व्यक्त करते है। राजा दशरथ भारी मन से धर्म की रक्षा के लिए उनके साथ जाने का आदेश देंते है। सुदर वन में राम व लछ्मण ने ताड़का व सुबाहु का वध कर दिया।
खास बात यह है कि किछौछा रामलीला का मंचन स्थानीय कलाकारों की ओर से ही किया जाता । मंगलवार के इस मंचन में सुनील कुमार साहू ने विश्वामित्र, कमलेश जायसवाल ने मारीच, रमेश कन्नौजिया ने सुबाहु, राकेश कन्नौजिया ने राम का अभिनय किया। रालीला का मंचन देखने व सुनने के लिए प्रतिदिन सैकड़ों की संख्या में रामभक्त जुट रहे हैं। मंच समिति प्रमुख जनार्दन गुप्ता विक्की ने बताया कि रविवार से शुरू हआ रामलीला का मंचन लगातार 10 दिनों तक जारी रहेगा। उधर, रामलीला, भरत मिलाप, दुर्गापूजा महोत्सव के मद्देनजर किछौछा नगर में आयोजित होने वाले विविध धार्मिक व सांस्कृतिक कार्यक्रमों के सफल आयोजन के लिए संरक्षक जय साव ( कसौधन ), अध्यक्ष अजीत कसौधन, प्रबंधक साहिल सोनी, उपाध्यक्ष चंद्रभान गुप्त, प्रेमचंद कसौधन, राकेश कसौधन, प्रतीक, अंकित मद्धेशिया, राम प्रकाश भारती समेत पूरी टीम जी-जान से लगी है।