अंबेडकरनगर। 16 दिसंबर, 2020
सज्जादानशीन कुमैल अशरफ की मौत होने पर वसीयत की प्रक्रिया पूरी हुई
अंतर्राष्ट्रीय ख्यातिप्राप्त किछौछा दरगाह स्थित हुजूर मखदूम सानी के मारूफ शख्सियत व सज्जादानशीन मौलाना सै. कुमैल अशरफ अशरफीउल जिलानी के जानशीन के रूप में उनके 13 वर्षीय पोते सै. रेहान अशरफ की ताजपोशी हो गई। सज्जादानशीन कुमैल अशरफ के उत्तराधिकारी बनाए जाने पर नौनिहाल रेहान अशरफ को मुबारकबाद मिलने का सिलसिला लगातार जारी है।
हुजूर मखदूम सानी के सज्जादानशीन मौलाना सै. कुमैल अशरफ अशरफीउल जिलानी का पांच नवंबर को मुंबई में लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया था। हवाई जहाज से पार्थिव शरीर लाए जाने के बाद उनके खानकाह परिसर में उन्हें सुपुर्द-ए-खाक कर दिया गया था। खास बात यह है कि मुंबई, पुणे, नागपुर समेत देश के कई शहरों व राज्यों में सज्जादानशीन मौलाना सै. कुमैल अशरफ के भारी संख्या में अकीदतमंद व शिष्य मौजूद हैं। बीती रात किछौछा दरगाह में आयोजित कार्यक्रम चेहल्लुम फातिहा के दौरान सज्जादानशीन मौलाना सै. कुमैल अशरफ के वसीयत के अनुसार उनके 13 वर्षीय पोते सै. रेहान अशरफ को उनका जानशीन घोषित करते हुए दस्तार की की रस्म अदा की गई। इस प्रकार जानशीनी की औपचारकिता पूरी कर ली गई।
अंतर्राष्ट्रीय वक्ता गाजी-ए-मिल्लत मौलाना सै. हाशमी मियां ने चेहल्लुम के मद्देनजर हुए विशेष जलसा को संबोधित किया। सज्जादानशीन सै. कुमैल अशरफ के छोटे भाई सै. सोहेल अशरफ ने नौनिहाल रेहान अशरफ के सिर पर जानशीनी के दस्तार बांधा। चेहल्लुम का जलसा व जानशीनी के रस्म के दौरान ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड के उपाध्यक्ष व दरगाह के सज्जादानशीन सै. फखरुद्दीन अशरफ, सज्जादानशीन सै. मोहिद्दीन अशरफ, सै. निजाम अशरफ एडवोकेट, सै. सलाहुद्दीन अशरफ, सै. कासिम अशरफ, शाहिद अशरफ, मौलाना अनीस अशरफ, आले मुस्तफा छोटे बाबू ,सै. आरिफ अशरफ, मोहम्मद अशरफ बड़े बाबू, सै. नूरानी अशरफ, अजहरुद्दीन अशरफ, मौलाना वली अशरफ, खलिक अशरफ, सै. बदीउद्दीन, मसूद मियां एडवोकेट, सै. नईम अशरफ, हम्जा अशरफ ,जावेद अशरफ ,उबैद अशरफ समेत अन्य लोग मौजूद रहे।