अंबेडकरनगर। 17 अगस्त, 2022
इंटरनेशनल फेम की किछौछा दरगाह में सूफी संत हजरत मखदूम अशरफ का 636 वां सालाना उर्स 23 अगस्त से शुरू होने जा रहा है। सप्ताह भर चलने वाले उर्स मेले में देश के भिन्न-भिन्न राज्यों व शहरों के करीब पांच लाख जायरीनों/अकीदतमंदों के भाग लेने की संभावना है। लेकिन इस सालाना उर्स के आयोजन के मद्देनजर जिला प्रशासन की ओर से मेला तैयारी बैठक भी अभी तक नहीं की गई है। बैठक न होने से उर्स मेला तैयारी को काफी झटका लगा है। अब लाख टके का सवाल यह है कि यदि प्रशासनिक बैठक अब हो भी जाती है तो क्या सारी मूलभूत सुविधाएं मुहैया हो पाएंगी।
खास बात यह है कि किछौछा दरगाह के वार्षिक उर्स मेले को लेकर प्रत्येक वर्ष कम से कम प्रशासनिक अहकारों की तीन बैठकें होतीं थीं। उर्स मेला की तैयारी बैठक सर्वप्रथम एसडीएम टांडा व सीओ किया करते थे। इसके बाद अपर जिलाधिकरी व अपर पुलिस अधीक्षक मेला तैयारियों का जायजा लेते थे और आखिर में जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक मेला तैयारी बैठक को फाइनल टच देते थे। मेला तैयारी बैठक में स्वास्थ्य विभाग, बिजली विभाग, अग्नि शमन विभाग, लोक निर्माण विभाग, खाद्य रसद विभाग समेत कई विभागों के अफसर व कर्मचारी रहा करते थे। लेकिन इस बार यह परंपरा टूट सी गई है और अभी तक प्रशासन की तरफ से एक भी तैयारी बैठक को अंजाम नहीं दिया गया है। मेला तैयारी बेठक न होने से इस बात की प्रबल आशंका है कि आने वाले मेलार्थी श्रद्धालुओ को प्रशासनिक स्तर से जो बुनियादी सुविधाएं होती थीं, क्या इस बार वो मुहैया हो पाएंगी।
सबसे बुरा हाल बसखारी से लेकर किछौछा दरगाह तक तीन किमी सड़क मार्ग का है। इसी सड़क मार्ग होते हुए ही उर्स मेले में शिरकत करने के लिए देश भर के करीब पांच लाख जायरीन पहुंचेंगे। उर्स के पहले इस सड़क का मरम्मत या नवनिर्माण हो पाएगा। इसकी संभावना कम ही दिख रही है। जायरीनों की सुरक्षा को लेकर पुलिस महकमा की काफी महत्वपूर्ण भूमिका है। जनपद समेत गैर जनपद से भारी पुलिस बल की व्यवस्था रहती है। संपूर्ण मेला क्षेत्र को कई जोन व कई सेक्टरों में बांटा जाता है। जगह-जगह मेला क्षेत्र में मानचित्र समेत उर्स मेला का जोनवार-सेक्टरवार और यातायात के विभिन्न मार्गों को अंकित करके दर्शाया जाता है। लेकिन इस बार प्रशासनिक तैयारी फिलहाल शून्य है। उधर, उर्स मेला तैयारी बैठक के बारे में ईओ किछौछा मनोज कुमार सिंह से पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि अभी तक जिले के शीर्ष पुलिस व प्रशासनिक अहलकारों के तरफ से उन्हें कोई सूचना नहीं दी गई है। लेकिन ईओ ने यह भी बताया कि यह बैठक जल्द होगी, अभी एक सप्ताह का समय बचा है।