अंबेडकरनगर। 28 जुलाई, 2022
अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त किछौछा दरगाह का माहौल खराब कर रहे एक दर्जन अभियुक्तों के खिलाफ मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी की अदालत ने गैर जमानती वारंट जारी किया है। इनमें से दो अभियुक्तों को बसखारी पुलिस गिरफ्तार करके जेल रवाना कर चुकी है। हालांकि अभी भी एनबीडब्ल्यू के 10 अभियुक्त फरार चल रहे हैं और पुलिस की पकड़ से दूर हैं।
18 मार्च 2021 को शाम 6 बजे के करीब किछौछा दरगाह में पीर जादगान इंतेजामियां कमेटी के उपाध्यक्ष आले मुस्तफा और छोटे बाबू पर जानलेवा हमला किया गया था। एचएस और जिला बदन अपराधी आफताब अहमद पुत्र जैनुद्दीनए एचएस और जिला बदर अपराधी माजिद पुत्र जकीए एचएस और जिला बदर अपराधी आलम उर्फ नजरू पुत्र तहव्वर शाहए मुनीर शाह पुत्र मोईन शाहए कबीर शाह उर्फ मोनू शाह पुत्र मोईन शाहए राशिद पुत्र इदरीशए शहनाज पुत्र नूर मोहम्मदए सैफुल्लाह व मोहम्मद आसिफ पुत्रगण मोहम्मद मतीनए मोहम्मद मोबीन पुत्र शाह मोहम्मदए सरफराज पुत्र नूर मोहम्मद और रियाज खान पुत्र रईस खान समेत 12 आरोपियों के खिलाफ बसखारी पुलिस ने आईपीसी आईपीसी की कई संज्ञेय धाराओं में केस दर्ज किया था। खास बात यह है कि इस केस के विवेचना के दौरान बसखारी पुलिस ने कुछ आरोपियों के नाम को बाहर किया और कुछ आरोपियों का नाम जोड़ा था।
बताया जाता है कि प्रायः सभी अभियुक्तगण तारीख पेशी के दौरान न्यायालय में अनुपस्थित चल रहे थे। जिसके क्रम में इन सभी अभियुक्तों के खिलाफ सीजेएम की अदालत ने गैर जमानती वारंट जारी किया है। बसखारी पुलिस राशिद पुत्र इदरीश को 13 जुलाई और मोहम्मद मोबीन पुत्र शाह मोहम्मद को 11 जुलाई को गिरफ्तार करके जेल भेज चुकी है और शेष 10 गैर जमानती वारंट के मुल्जिम पुलिस की पकड़ से बाहर हैं। उल्लेखनीय है कि गैर जमानती वारंट के इन एक दर्जन अभियुक्तों का आतंक किछौछा दरगाह में सिर चढ़ कर बोलता रहा है। ऐसा माना जा रहा है कि फरार चल रहे एनबीडब्ल्यू के 10 मुल्जिमों की रिगफ्तारी के बाद दरगाह में अपराध पर काफी हद तक अंकुश लग पाएगा।