अंबेडकरनगर। 25 सितंबर, 2025
नौशाद खां अशरफी/अभिषेक शर्मा राहुल
कानपुर, उन्नाव, उज्जैन ( म. प्रदेश ), महाराष्ट्र समेत देश के विभिन्न स्थानों में “ आई लव मुहम्मद ” प्रकरण के मद्देनजर नौचंदी मेले के प्रथम दिन गुरुवार को प्रसिद्ध सूफी संत हजरत मखदूम अशरफ की किछौछा दरगाह पर एहतियात के तौर पर पीएसी समेत कई थानों की भारी पुलिस बल की तैनाती रही। उधर, नए पुलिस अधीक्षक ने भी किछौछा दरगाह का दौरा कर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। वे यहां करीब एक घंटे तक रहे।
गुरुवार से शुरू हुए दो दिवसीय नौचंदी मेले में शामिल होने के लिए बुधवार रात से ही देश के कोने-कोने से बड़ी संख्या में जायरीनों/तीर्थयात्रियों का आगमन शुरू हो चुका था। गुरुवार सुबह से आने वाले जायरीनों की भारी भीड़ देखी गई। इस बीच, दरगाह में अकबरपुर कोतवाली, सम्मनपुर, जहांगीरंगज, हंसवर, बसखारी थाना समेत आधा दर्जन पुलिस थाना और एक प्लाटून पीएसी बल की चहलकदमी करते हुए आमद देखी गई। कैदियों को भरकर ले जाने वाला वाहन भी देखा गया। कैमरे लगे पुलिस वाहन भी देखे गए। भारी पुलिस बल की तैनाती देख लोग सकते में पड़ गए। अधिकांश जायरीन व दरगाह के स्थानीय लोग यह मान कर चल रहे थे कि संभवतः दशहरा पर्व के कारण ही दरगाह में सुरक्षा के व्यापक इंतेजाम किए गए। खास बात यह है कि गुरुवार सुबह से लेकर देर शाम तक बहुत ही खुशनुमा माहौल में सूफी संत हजरत मखदूम अशरफ के मजार मुबारक ( समाधि स्थल ) पर चादर चढ़ाते और दुआएं मांगते हुए देखे गए। ऐसा माना जा रहा है कि देश भर में “ आई लव मुहम्मद ” प्रकरण के चलते किसी अप्रिय घटना से निपटने के लिए दरगाह में पुलिस बल की तैनाती की गई थी। हालांकि पुलिस महकमा ने इससे इंकार किया है। बसखारी थानाध्यक्ष सुनील कुमार पांडेय ने बताया कि एहतियात के तौर पर किछौछा दरगाह में सुरक्षा के कड़े इंतेजाम किए गए थे। उन्होंने बताया कि नौचंदी मेले में जायरीनों की काफी आमद होती है। असुविधारहित माहौल में देश भर के जायरीन दर्शन करें, चादर चढ़ा सकें, उन्हें कोई दिक्कत न हो इसलिए फोर्स की तैनाती की गई थी।
नए एसपी ने दरगाह में सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया
नए पुलिस अधीक्षक अभिजीत आर शंकर ने गुरुचार को किछौछा दरगाह का दौरा कर चाक-चौबंद सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। वे सीओ सिटी नितीश कुमार तिवारी, बसखारी थानाध्यक्ष सुनील कुमार पांडेय के साथ यहां आए हुए थे। नए पुलिस कप्तान पूर्वाहन् करीब 11 बजे आए हुए थे। सबसे पहले पुलिस अधीक्षक दरगाह के मुख्य स्थान आस्ताने पर गए। इसके बाद लगभग 650 साल पुराने पवित्र तालाब “ नीर शरीफ ” के तट के चारों ओर पैदल चल कर भ्रमण कर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया।











































