अंबेडकरनगर। 19 जुलाई, 2025
अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त किछौछा दरगाह में सूफी संत हजरत मखदूम अशरफ का 639 वां वार्षिक उर्स शनिवार शाम से परचम कुशाई ( झंडारोहण ) के साथ शुरू हो गया। ढोल-नगाड़ों की धुनों के बीच दरगाह के सज्जादानशीन सै. मोहिउद्दीन अशरफ अशरफीउल जिलानी ने अपने खानवादए अशरफिया के लोगों के साथ ऐतिहासिक मलंग गेट के पास झंडारोहण कर सालाना उर्स का आगाज किया।
ऐतिहासिक मलंग गेट के पास उर्स का आगाज करने पहुंचे मुख्य रूप से सज्जादानशीन सै. मोहिउद्दीन अशरफ, सै. फैजान अहमद चांद, एआईसीसी सदस्य मेराजुद्दीन किछौछवी, सै. बदीउद्दीन अशरफ, सै. मजहरुद्दीन अशरफ, सूफीए मिल्लत सै. आसिफ अशरफ, अल्हाज सै. अकिल अशरफ समेत अन्य लोगों का फूलों का सेहरा पहना कर गर्मजोशी से इस्तकबाल किया गया। परचम कुशाई के बाद मलंग गेट से सज्जादानशीन सै. मोहिउद्दीन अशरफ आस्ताने के लिए रवाना हुए। मो. आलम शाह पुत्र गनीदार शाह की अगुआई में देश भर से आए फोकरा बुलंद आवाज में नारे लगाते हुए चल रहे थे।
इस मौके पर नातखां परवेज आलम किछौछवी ने अशरफी तराना, मनकबत व सलातो सलाम पेश किया। सज्जादानशीन की अनुमति से असलम वारसी मेरठ ने उर्स में आए हुए जायरीनों व मुल्क की खुशहाली के लिए दुआएं मांगी। इस दौरान सूफी संत हजरत मखदूम अशरफ के मजार मुबारक ( समाधि ) चादर चढ़ाई गई। उर्स के आगाज में सै. हमजा अशरफ, सै. खलीक अशरफ, सै. तश्हीर अशरफ, यहिया अशरफ, सै. सलमान अशरफ, सेराज अशरफ, नसीमुद्दीन अशरफ, मेराज अहमद, सईद मुजाविर, मेराज शाह, सरफराज शाह, कबीर शाह, इश्तियाक शाह समेत अन्य लोग मौजूद रहे। उधर, उपजिलाधिकारी टांडा/मेला मजिस्ट्रेट अरविंद त्रिपाठी एवं उपजिलाधिकारी न्यायिक/सहायक मेला मजिस्ट्रेट किछौछा नगर पंचायत कार्यालय में देर शाम तक उर्स मेला तैयारियों का जायजा लेते रहे। इस बीच, किछौछा दरगाह के वार्षिक उर्स में शामिल होने के लिए भारत के कोने-कोने से दर्शनार्थियों के आने का यहां क्रम जारी है।












































