अंबेडकरनगर। 03 अक्टूबर, 2020
कोरोना आॅनलाक फाइव में शर्तों के आधार पर मिली छूट के बावजूद प्रसिद्ध सूफी संत हजरत मखदूम अशरफ की इंटरनेशनल दरगाह पर दर्शन के लिए खोला नहीं जा सका है। जिसके परिणामस्वरूप जायरीन बिना जियारत किए ही यहां से बैरंग वापस लौट रहे हैं।
किछौछा दरगाह के खानवादए अशरफिया से जुड़े लोगों व स्थानीय कमेटियों ने अपने-अपने स्तर से केंद्र व राज्य सरकार की कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए तैयारी पूरी कर ली है। दरगाह के आस्ताने पर बैरिकेटिंग, सैनिटाइज करने समेत अन्य जरूरी कार्यों को पूर्ण कर लिया गया है। दर्शन करने के लिए आ रहे जायरीनों को माॅस्क उपलब्ध कराने की तैयारी भी पूरी हो चुकी है। पूर्व में प्रशासनिक अमले हुई बातचीत के मद्देनजर शुक्रवार को किछौछा दरगाह दर्शन के लिए खोला जाना था। दरगाह से जुड़े जिम्मेदार लोग स्थानीय तहसील टाण्डा के सक्षम अधिकारी का इंतजार करते रहे। शनिवार सुबह से लेकर शाम तक भी कोई भी प्रशासनिक अधिकारी नहीं पहुंचा। जिसके कारण दर्शन करने के लिए दरगाह का गेट नहीं खोला जा सका है। प्रशानिक अहलकारों की उपेक्षा से दर्शन करने आ रहे जायरीनोें काफी मायूसी का माहौल है।
फोटो- किछौछा दरगाह न खुलने से सूना पड़ा आस्ताना