अंबेडकरनगर। 09 अगस्त, 2022
प्रसिद्ध सूफी संत हजरत मखदूम अशरफ की किछौछा दरगाह पर 10 मोहर्रम यानी मंगलवार देर शाम को दरगाह शरीफ की ऐतिहासिक बड़ी ताजिया को 636 वर्ष पुराने पवित्र तालाब नीर शरीफ के तट पर नौहा व मसीहों कीे गूंज के बीच गमगीन माहौल में सुपुर्द-ए-खाक किया गया। इस मौके पर कस्बा बसखारी, किछौछा नगर, भिदूण समेत आसपास के कई गांवों की दर्जनों छोटी व बड़ी ताजिया को भी दफनाया गया।
किछौछा दरगाह के मोहर्रम के ताजिया जुलूस के समापन में देश के पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड, उड़ीसा, मप्र, आंध्र प्रदेश समेत विभिन्न राज्यों व कई शहरों के करीब दो लाख जायरीनां ने सहभागिता की। खास बात यह है कि 10 मोहर्रम की शाम करीब पांच बजे मजार पहलवान शहीद परिसर में स्थित चौक पर ऐतिहासिक ताजिया के निकट ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के उपाध्यक्ष व सज्जादानशीन सै. फखरुद्दीन अशरफ किछौछवी विशेष दुआएं कीं और इसके बाद ताजिए का जुलूस किछौछा दरगाह के आस्ताने के लिए रवाना हुआ।