अंबेडकरनगर। 10 अगस्त, 2022
किछौछा दरगाह में प्रसि़द्ध सूफी संत हजरत मखदूम अशरफ का 636 वां सालाना उर्स 23 अगस्त से शुरू होने जा रहा है। उर्स में देश के विभिन्न राज्यों व कई शहरों के करीब पांच लाख जायरीन/अकीदतमंद सहभागिता करेंगे। इधर, बसखारी से लेकर दरगाह पहुंचने वाले तीन किमी की दूरी तक संपर्क मार्ग का बहुत बुरा हाल है। जर्जर और क्षतिग्रस्त सड़क होने से परदेश से आने वाले जायरीनों को भारी दुश्वारियों का सामना करना पड़ रहा है।
बसखारी-जलालपुर रोड पर किछौछा नगर पंचायत तिराहा/दरगाह मोड़ तक सड़कें कई जगह टूट कर धंस गईं हैं। सैकड़ों-छोटे बड़े गड्ढे भी हो चुके हैं। थोड़ी सी वर्षा होने पर इस मार्ग पर जलभराव होने से कई स्थानों पर 50 से लेकर 60 फिट तक सड़क तालाब के तरह प्रतीत होता है। सूरते हाल यह भी है कि सड़क के किनारे पटरियों पर लोगों का पैदल चलना दूभर हो गया है। किछौछा दरगाह के वार्षिक उर्स शुरू होने में करीब 12 दिन शेष बचे हैं। ऐसे में यदि समय से इस बदहाल मार्ग का पुनर्निमाण या नवनिर्माण नहीं कराया गया तो देश भर से आने वाले जायरीनों/तीर्थयात्रियों को तकलीफ उठानी पड़ सकती है। सै. रईस अशरफ, सपन कुमार वैद्य, अयाज खान “किल्ले”, समाजसेवी नितिन वर्मा समेत अन्य इलाकाई लोगों ने शासन-प्रशासन से इस संपर्क मार्ग का कायाकल्प करने के लिए मांग की ळें