अंबेडकरनगर। 18 सितंबर, 2022
प्रसिद्ध सूफी संत हजरत मखदूम अशरफ की किछौछा दरगाह पर रविवार देर शाम को नौहा व मसीहों की गूंज के बीच मोहर्रम के चेहल्लुम का ऐतिहासिक ताजिया सुपुर्दे खाक कर दिया गया। इस मौके पर कस्बा बसखारी व आसपास के दर्जनों छोटी-बड़ी ताजियों को भी 636 वर्ष पुराने पवित्र तालाब नीर शरीफ के तट पर दफना दिया गया।
इसके पूर्व दरगाह के आस्ताने से शनिवार रात को चेहल्लुम की ऐतिहासिक ताजिया निकाली गई। रात 12 बजे सलामी गेट के पास यह ताजिया चौक पर रखी गई। रविवार शाम को मजार पहलवान शहीद परिसर में स्थित चौक पर दरगाह की चेहल्लुम की ताजिया रखी गई। यहीं पर कस्बा बसखारी से निकला ताजिया का जुलूस पहुंचा और दरगाह के काफिले में शामिल हो गया। रविवार देर शाम को दरगाह की चेहल्लुम की ऐतिहासिक ताजिया व कस्बा बसखारी की ताजिया समेत अन्य ताजियों को पवित्र तालाब नीर शरीफ के तट पर सुपुर्द-ए-खाक कर दिया गया। चेहल्लुम पर हुए विविध कार्यक्रमों में तंजीमे हक बसखारी के अण्यक्ष मौलाना जहीर हसन, ताजियादार इनाम हुसैन, आशु तालिब, सभासद जहीन अब्बास, एखलाख हुसैन, आफताब समेत अन्य लोग मौजूद रहे।