टांडा/अंबेडकरनगर। 05 जुलाई,
महामिद जावेद
प्रदेश शासन के सबसे बड़ी प्राथमिकता जनसुनवाई की ही है। जनता की शिकायतों का निस्तारण तेजी और सार्थकता के तौर पर किया जाए मुख्यमंत्री का यह फरमान हमेशा रहा है। जन शिकायत करने का एक माध्यम ऑनलाइन आईजीआरएस भी है आईजीआरएस पोर्टल पर की गई शिकायतों का निस्तारण जल्दी होता है। यह जानते सभी हैं लेकिन शिकायतों का निवारण सार्थकता के तौर पर पूरी प्राथमिकता से करा जाए इसमें टांडा तहसील ने एक मुकाम हासिल कर लिया है। टांडा में नए उप जिलाधिकारी सचिन यादव को आए हुए अभी एक माह ही बीतने को है। आईजीआरएस जनसुनवाई निवारण में टांडा तहसील जनपद में अव्वल व प्रदेश में 45 वे रैंक पर आई है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार माह जून 2023 आईजीआरएस जनसुनवाई निवारण टांडा तहसील ने 95.56 प्रतिशत का रिकॉर्ड बनाया है। जो जनपद के पांचों तहसीलों में अधिक है। टांडा के इस रिकॉर्ड ने प्रदेश के 45 में रैंक पर पहुंचने में सफल रहा है। आईजीआरएस जनसुनवाई को टांडा के उप जिलाधिकारी सचिन यादव व तहसीलदार आलोक रंजन सिंह काफी प्राथमिकता में ले रहे हैं। प्राप्त जनसुनवाई को निर्धारित अवधि के अंदर निस्तारित कराने में वे सफल रहते हैं। जनपद की अन्य दूसरी तहसीलों में टांडा तहसील इसमें काफी आगे है। टांडा तहसील का जहां जनपद प्रथम स्थान व प्रदेश में 45 वा रैंक हैं वही जनपद में दूसरे पायदान पर तहसील भीटी और तीसरे स्थान पर जलालपुर वा आलापुर रही। लेकिन प्रदेश के रैंक में काफी अंतर है । तहसील भीटी का प्रदेश में 169 वा रैंक है। जनपद में तीसरे स्थान पर आलापुर और जलालपुर तहसील प्रदेश के 193 वा रैंक हासिल है। वही अकबरपुर तहसील को प्रदेश का 237 वा रैंक है। उक्त रैंक पर यदि गौर किया जाए तो टांडा की इसमें सबसे बड़ी सफलता है। उप जिलाधिकारी सचिन यादव ने इस सफलता के लिए तहसीलदार आलोक रंजन समेत तहसील की राजस्व टीम व आईजीआरएस लिपिक शिखा ध्वज की सराहना भी की है।