अंबेडकरनगर। 08 नवंबर, 2021
टीचर एसोसिएशन मदारिसे अरबिया ( अंबेडकरनगर ) के जिलाध्यक्ष मौलाना सै. वली अशरफ “अच्छू मियां” ने कहा कि मदरसों में नियुक्ति के मद्देनजर उर्दू विषय की अनिवार्यता को यदि खत्म करने का निर्णय लिया गया तो उस स्थिति में जिले भर के मदरसों के शिक्षक टीचर एसोसिएशन मदारिसे अरबिया के प्रदेश संगठन के साथ लामबंद होकर अपनी आवाज बुलंद करेगा।
जिलाध्यक्ष मौलाना सै. वली अशरफ जाम-ए-अरबिया इजहारुल उलूम जहांगीरगंज में रविवार को टीचर एसोसिएशन मदारिसे अरबिया की जनपद स्तरीय बैठक को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि उर्दू की अनिवार्यता को समाप्त करने के लिए यदि मदरसा बोर्ड ने कोई भी कदम उठाया तो यह अलोकतांत्रिक और असंवैधानिक कृत्य होगा। ऐसी पहल से उर्दू भाषा से लगाव रखने वालों का काफी नुकसान होगा, जिसकी भरपायी हो पाना नामुमकिन है। प्रधानाचार्य मौलाना याकूब ने कहा कि मदरसों में पहले से तय पाठ्यक्रम में यदि संशोधन करके इसमें अलग से कुछ थोपा गया तो मदरसों के छात्रों से लेकर अध्यापकगण को भारी दुश्वारियों का सामना करना पड़ेगा। यह काफी चिंता का विषय है। इस मौके पर मौलाना मो. शहबाज आलम ने मौलाना शहंशाह आलम को टीचर एसोसिएशन मदारिसे अरबिया के उपाध्यक्ष पद के लिए प्रस्ताव रखा। जिसे सर्वसम्मति से पारित किया गया। टीचर एसोसिएशन मदारिसे अरबिया के जनपद स्तरीय बैठक में मौलाना शमसुद्दीन, मौलाना असलम साबरी, मौलाना मसूद, मौलाना अब्दुल्लाह, मौलाना मोइनुल हक, मौलाना अब्दुल अजीज, मौलाना इरशाद, वसीम समेत जिले भर के मदरसों के प्रधानाचार्य व उनके प्रतिनिधि, अध्यापकगण शामिल रहे।