अंबेडकरनगर। 14 अक्टूबर, 2020
जिले के बसखारी में इस वर्ष बारह रबीउल अव्वल का ऐतिहासिक जुलूस नहीं निकलेगा। कोविड-19 महामारी और इसके चलते गाइड लाइन की कुछ बंदिशों के मद्देनजर यह फैसला किया गया है। हालांकि अपने-अपने घरों में सजावट व जलसे के आयोजन होते रहेंगे।
ग्राम डोड़ो समेत आसपास के कई अजुमनों और सरपरस्तेे आला सज्जादानशीन व उपाध्यक्ष सै. फखरुद्दीन अशरफ किछौछवी के साथ विचार-विमर्श करने के बाद मुख्य अंजुमन अशरफिया सीरत कमेटी ने यह निर्णय लिया है। खास बात यह है कि प्रत्येक वर्ष कई अंजुमनों के सामूहिक प्रयास व अशरफिया सीरत कमेटी की पहल पर कस्बा बसखारी में सज्जादानशीन सै. फखरुद्दीन अशरफ के आवास से ऐतिहासिक व काफी भव्य बारह रबीउल अव्वल का जुलूस निकलता है, जिसमें करीब एक लाख से अधिक अकीदतमंद शिरकत करते हैं। जुलूस का काफिला मुख्य हाई-वे होते ( बसखारी-आजमगढ़ ) हुए ग्राम डोड़ो तक पहुंचता है। अशरफिया सीरत कमेटी के सचिव सै. खलीक अशरफ व सै. फैजान अहमद चांद ने बताया कि इस साल 30 अक्तूबर को बारह रबीउल अव्वल का त्यौहार है। ऐसे में यदि जुलूस निकला और एक लाख लोगों की भीड़ एकत्र हो गई तो भीड़ से कोरोना गाइड लाइन का पालन कराना बहुत मुश्किल काम है। इसलिए इस साल कोरोना संकट के कारण बारह रबीउल अव्वल का जुलूस न निकालने का निर्णय लिया गया है।