मानव सभ्यता ने पिछले 1000 वर्षो में उल्लेखनीय प्रगति की है और प्रकृति के सीने में लगे घाव इसकी पुष्टि करते हैं। बेशक हमने लोगों के हवा में उड़ने का सपना पूरा किया है, हमने लोगों की ज़िंदगियाँ बचाई और एक बेहतर दुनिया दी पर हमने प्रकृति का संतुलन भी बिगाड़ा है। हमने जिन्दा लोगों के लिए ऊँची ऊँची इमारतें बनाई और हमने ही मुर्दा लोगों के लिए कब्रिस्तान का भी इंतजाम किया है।
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Energy जीवन का आधार है और energy utilization की क्षमता के अनुसार ही इसे किसी सभ्यता की development का पैमाना माना जा सकता है और हमने अपनी जरुरतो के लिए पृथ्वी की energy का बखूबी इस्तेमाल किया है और ये भूख आज भी continuous जारी है।
आज के scientist इंसानों के इसी energy utilization की क्षमता के अनुसार आज के 5000 वर्षो की बाद की सभ्यता को संभावित 3 categories में classified करते हैं जो इस प्रकार हैं:
Class-1 Civilization : अगर हम अगले 5000 वर्षो में इस संसार की समस्त Organic, Chemical, Biological तथा Natural Energy के इस्तेमाल करने में सक्षम होंगे।
Class-2 Civilization : अगर हम 5000 वर्षो में इतनी तरक्की कर पाये की हम सम्पूर्ण solar system और इसमें आधारित planets तथा Solar Radiation Energy इस्तेमाल करने के लायक बन पाएं ।
Class-3 Civilization : अगर हम 5000 वर्षो में इस Galaxy जिसमे हम रहते हैं अर्थात ” Milky-Way ” की सम्पूर्ण Energy इस्तेमाल करने में संभव हो पाएं।
ऊपर के parameters का इस्तेमाल future की civilization को उनकी development के आधार पे classified करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है, पर हमने अभी तक शानदार तरक्की की है और हम फ़िलहाल Class- 0 और Class-1 के बीच में अटके हुए हैं। शायद क्लास 0.1 ? पर निराश होने की जरुरत नहीं है।
वैज्ञानिकों के अनुसार present development को देखते हुए हो सकता है ये सब अगले 1000 वर्षो में संभव हो तो कुछ वैज्ञानिकों के अनुसार ऐसा अगले 200 वर्षो में ही संभव हो जायेगा।
अगर मानवता Class-1 तक ही पहुंच पाये तो भी उसके पास पृथ्वी के भूगर्भीय (Geological) और वायुमंडलीय कारकों (Atmospheric factors) को प्रभावित करने की शक्ति होगी अर्थात प्राकृतिक आपदाएं या Natural Disaster जैसी चीजें बीते दिनों की बात होगी,इंसान पृथ्वी के व्यवहार को अपनी शक्ति से बदल पायेगा।
Class-2 के मानव के पास इतनी शक्ति होगी की वो सूर्य जैसे किसी तारे की पूरी Energy को use कर पाये, Galaxy में planets की positions बदल पाये और धूम केतु (Comet) जैसी चीजों का रास्ता बदल पाये और चाँद तथा मंगल (Moon & Mars) ग्रह पर मानव बस्तियां (Human Colonies) भी बसा पाए।
और Class-3 वो सभ्यता होगी जो ईश्वर के नियमों को चुनौती देने में सक्षम हो, जो एक Galaxy से दूसरी Galaxy में travel करने लायक technology से लैस हो, जो light speed के समान चलने की devices खोज पाये और time-travel कर पाये और जिसने अमरत्व (Immortality) प्राप्त कर लिया हो, और वो सभ्यता शायद प्रकृति के नियमो में छिपी Mathematical calculations को समझ ईश्वर का दिमाग पढ़ पाए, और शायद प्रकृति के उस परम तत्व (The Supreme) का साक्षात्कार (interview) कर पाए जो प्रकृति के सभी तत्वों और मूल भूत बलों का “Source” है, ऐसा Theoretically बिलकुल संभव है बस correct technology का इन्तजार है।
इंसानों के सपने बहुत बड़े हैं,पर क्या हम वहा कभी पहुंच पायेगे ? क्या पता उससे पहले ही कोई उल्का (Meteor) या धूमकेतु (Comet) आ के हमारा सफाया कर दे जैसे डायनासोर (Dinosaur) रातों रात पृथ्वी से साफ़ हो गए।
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या, कोई विनाश का “बादल” हमारे सर पे मंडराने लगे – “बादल यानी की cloud”, and I am not talking about a cloud which has a silver lining wink emoticonI am talking about “MUSHROOM CLOUD” – CLOUD OF A “NUCLEAR WEAPON” – “परमाणु यानी नाभिकीय हथियारों से बने बादल”
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