अंबेडकरनगर। 27 अगस्त, 2022 नौशाद खां अशरफी/अभिषेक शर्मा राहुल/ अकरम वसीम सोनू
किछौछा दरगाह में सूफी संत हजरत मखदूम अशरफ के 636वें वार्षिक उर्स के सबसे महत्वपूर्ण दिन अर्थात् शनिवार को सज्जादानशीन व ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के उपाध्यक्ष सै. फखरुद्दीन अशरफ अशरफीउल जिलानी ने खिरकापोशी की रस्म को अंजाम दिया। उन्होंने उर्स में आए हुए जायरीनों, बीमार लोगों की अच्छी सेहत, मुल्क की खुशहाली व विश्व शांति के लिए दुआएं मांगी। उन्होंने रस्मे गागर भी अदा किया।
सज्जादानशीन फखरुद्दीन अशरफ सैकड़ों वर्ष पुराना हजरत मखदूम अशरफ का ऐतिहासिक खिरका मुबारक ( झुब्बानुमा पोशाक ) पहनकर और अन्य वस्तुओं को धारण कर व हाथ में छड़ी मुबारक लेकर दरगाह के आस्ताने पर आए हुए थे। सज्जादानशीन ने अरबी-फारसी की उस ऐतिहासिक व प्राचीन कव्वाली को भी सुना जिसे 28 मोहर्रम के दिन सुन कर सूफी संत हजरत मखदूम अशरफ ने इस दुनिया को अलविदा कहा था।
इसके पूर्व सज्जादानशीन सै. फखरुद्दीन अशरफ बसखारी स्थित अपने आवास से चार पहिया वाहन में सवार होकर किछौछा दरगाह के लिए रवाना हुए। दरगाह पहुंचने पर फोकरा, मुजाविरीन, खुद्दामीन, अकीदतमंदों ने उनका इस्तकबाल किया। शनिवार सुबह से लेकर शाम चार बजे तक हुए दारुल उलूम मखदूम अशरफ ओरिएंटल कालेज के जलसए दस्तारबंदी समारोह में सै. फखरुद्दीन अशरफने सहभागिता की और मदरसे के डिग्रीधारी छात्रों के सिर पर पगड़िया बांधी और प्रमाण पत्र देकर उन्हें सम्मानित किया। आस्ताने पर रात में होने वाली विशेष फकीरी कौव्वाली महफिले समां में भी उन्होंने शिरकत किया। खिरकापोशी के दौरान देश भर से पहुंचे जायरीनों ने मखदूम अशरफ जिंदाबाद के नारे भी लगाए। 28 मुहर्रम को खिरकापोशी समेत हुए अन्य कार्यक्रमों में सै. फैजान अहमद चांद, खलीक अशरफ, मेराज अशरफ एडवोकेट, मौलाना वली अशरफ, अली अशरफ, फरहान अशरफ, कसीम अशरफ, शारिक मियां, मुजीब अहमद सोनू, इंतेजामिया कमेटी के अध्यक्ष सै. अजीज अशरफ, रईस अशरफ उर्फ रस्सू मियां, फहद अशरफ, जोहब खान अन्य लोग मौजूद रहे।