अंबेडकरनगर। 09 सितंबर,2024
अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त किछौछा दरगाह में बुजुर्ग रियाज अहमद की 37 वीं बरसी मनायी गई। सालाना बरसी के मद्देनजर एक गेस्ट हाउस के मीटिंग हाल में भव्य जलसे का आयोजन हुआ। विशेष दुआओं के साथ जलसे का समापन हुआ। इस मौके पर जायरीनों में लंगर का भी वितरण किया गया।
कुरआन पाक की तिलावत से जलसे की शुरुआत हुई। शायरों और नातखांओं ने नबी की शान में नातिया कलाम व सूफी संत हजरत मखदूम अशरफ की शान में मनकबत पेश किया। शायरों के अशआर ( पंतियां ) लबों को छूकर सीधे रूह तक उतरते चले गए। मुख्य वक्ता मस्जिद-ए-सिमना के पेश इमाम मुफ़्ती मौलाना रिजवान अशरफी जामई ने बहुत उम्दा तकरीरें करके वाहवाहियां लूटीं। जलसे में मदरसा जामे अशरफ व मदरसा मखदूम अशरफ समेत कई मदरसों के छात्रों ने सहभागिता की। मदरसा जामे अशरफ के प्रधानाचार्य मौलाना अब्दुल खालिक ने बुजुर्ग रियाज अहमद के जानशीन फैजान खान के लिए और बरसी में मौजूद सभी लोगों के लिए विशेष दुआएं मांगी। कार्यक्रम में विधायक टांडा राममूर्ति वर्मा, फैज़ान अहमद चांद, खलीक अशरफ, मशकूर अहमद, अतहर खां, दबीर अहमद शाह, सै. इसरार अशरफ, मेराज अहमद, फहद अशरफ, लड्डू खादिम, दस्तगीर अहमद, डा. आरएस मौर्य, प्रबन्धक हाजी आरिफ, अंकुश पटेल, सईद मुजाविर, ज़ुबैर अहमद, अधिवक्ता नुरुलऐन, शाह आलम समेत अन्य लोग मुख्य रूप से मौजूद रहे।