अंबेडकरनगर। 13 अगस्त, 2024
देश-विदेश व अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त किछौछा दरगाह में सूफी संत हजरत मखदूम अशरफ के 638 वें उर्स मुबारक के दौरान मजार स्थल पर दो अदद एसी व तीन की संख्या पंखे खराब पड़े रहे। जिसे अब तक ठीक नहीं किया गया है। सिर्फ एक ही पंखे से आस्ताने के अंदर का काम चल रहा है। एसी व पंखा न चलने से देश भर आने वाले जायरीनों को दर्शन करते समय परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
इस साल 30 जुलाई ( 23 मोहर्रम ) के दिन ऐतिहासिक व प्राचीन मलंग गेट के पास सीओ सिटी देवेंद्र कुमार के द्वारा झंडारोहण ( परचम कुशाई ) करने के साथ ही वार्षिक उर्स की शुरुआत हुई थी। 30 मोहर्रम ( 6 अगस्त ) को देश भर से आए फोकराओं के लिए आयोजित कार्यक्रम दाखौल के संपन्न होते ही 638 वे ंउर्स का समापन हुआ। उर्स के कई महत्वपूर्ण दिवसों पर हुए रसूमात की अदायागी में देश के विभिन्न प्रांतों-शहरों से आए करीब 4 लाख श्रद्धालुओं का आवागमन हुआ।
खास बात यह है कि सूफी संत हजरत मखदूम अशरफ के मजार मुबारक स्थल पर पहले से खराब पड़ी दो अदद एसी व तीन वॉल पंखों को ठीक कराने में दरगाह की इंतेजामिया कमेटी पूरी तरह से नाकाम साबित हुई है। मौजूदा समय में दर्शन करते समय जायरीन पसीने में डूब रहे हैं।
राजस्थान के अजमेर शरीफ दरगाह, यूपी के बाराबंकी की देवा शरीफ दरगाह की व्यवस्था देख अकीदतमंद तारीफ करते हैं वहीं किछौछा दरगाह में बदइंतेजामी देख जायरीन अपनी नाराजगी का इजहार कर रहे हैं।