अंबेडकरनगर। 31 जुलाई, 2024
सूफी संत हजरत मखदूम अशरफ के 638 वें वार्षिक उर्स पर 24 मोहर्रम यानी बुधवार को आस्ताना मलंग गुलाम रसूल शाह के सज्जादानशीन मो. आलम शाह पुत्र पूर्व सज्जादानशीन हाजी मरहूम गनीदार शाह अपने खानदान व मलंग, फोकराओं के साथ रसूमात की अदायगी की।
बुधवार पूर्वाहन् 11.30 बजे बसखारी स्थित अपने आवास से सज्जादानशीन मो. आलम शाह अपने भाई कलाम शाह समेत काफिले के साथ पहले आस्ताना मलंग गुलाम रसूल शाह पर पहुंचे। दोपहर की नमाज के बाद से लेकर शाम पांच बजे तक यहां कव्वाली हुई। असर की नमाज के बाद शाम करीब सवा पांच बजे सज्जादानशीन मो. आलम शाह मलंग गुलाम रसूल शाह के आस्ताने से देश भर के मलंगों व फोकराओं के साथ हजरत मखदूम अशरफ की दरगाह पर पहुंचे और मखदूम साहब के मजार मुबारक पर चादर चढ़ाई। संदलपोशी व गुलपोशी भी हुई। अंत में किछौछा दरगाह के आस्ताने पर सज्जादानशीन मो. आलम शाह उर्स में आए हुए जायरीनों व विश्व शांति के लिए दुआएं मांगी। इसके बाद यहां से वे आस्ताना मलंग गुलाम रसूल शाह के लिए रवाना हो गए। खास बात यह है कि उर्स में देश भर से आए फोकरा बुलंद आवाज में नारे लगा रहे थे।
उर्स की रसूमात की अदायगी में डा. मो. अकरम, कलाम शाह, मो. इरफान शाह, मो. इमरान शाह, मोहम्मद शाह, नदीम शाह, नसीम शाह, इश्तियाक शाह, गुड्डू शाह, अहमद शाह, जमादार शाह, मो. सलाम, अब्दुररहमान शाह, हयात मोहम्मद शाह, गफूर शाह, अब्दुर रहीम शाह, सादिक शाह, खलील आलम शाह, सोनू शाह, दबीर शाह, नूर मोहम्मद शाह, ताज मोहम्मद शाह, फैज मोहम्मद शाह, अख्तर शाह, फकरू शाह, अजीम शाह, राजू शाह, अली हसन शाह, आकिब परवेज, दानिश शाह, महताब शाह, हमीदुल्लाह, हकीकुल्लाह समेत अन्य मौजूद रहे।