अंबेडकरनगर। 14 फरवरी, 2024
नगर पंचायत अशरफपुर किछौछा के चेयरमैन को एक नियमित सफाई कर्मी के वेतन भुगतान न करने के मामले में इलाहाबाद उच्च न्यायालय की लखनऊ खंडपीठ से तगड़ा झटका लगा है। हाईकोर्ट ने नगर पंचायत प्रशासन को संबंधित कर्मचारी/स्टाफ का वेतन जारी करने का निर्देश दिया है। इतना ही नहीं, कोर्ट ने इस मामले में चेयरमैन, ईओ और सफाई नायक समेत तीन लोगों को नोटिस जारी किया है।
किछौछा नगर पंचायत में दलित अजय कुमार सहायक सफाई नायक ( नियमित कर्मचारी ) पद पर कार्यरत हैं और वह बीएलओ भी है। सहायक सफाई नायक अजय कुमार का कई महीने का वेतन किछौछा नगर पंचायत के अध्यक्ष के तरफ से रोक दिया गया था। पीड़ित नियमित सफाई कर्मी अजय कुमार ईओ, जिलाधिकारी समेत शासन के अहलकारों के समक्ष शिकायती प्रार्थना पत्र प्रायः भेजा करता था। पीड़ित सफाई कर्मी का कहना है कि नगर पंचायत प्रशासन के तरफ से तथ्यहीन, फर्जी व भ्रामक रिपोर्ट लगा कर उच्चाधिकारियों को गुमराह किया जाता रहा। अंत में थक हार कर उसने उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया।
सफाई कर्मी अजय कुमार की ओर से हाईकोर्ट लखनऊ पीठ में दाखिल रिट याचिका नंबर ए 1046 ऑफ 2024 में न्यायाधीश न्यायमूर्ति मनीष माथुर ने उभयपक्षों के दलीलों व तर्कों को सुना। अंत में कोर्ट ने पीड़ित नियमित सफाई कर्मी अजय कुमार का वेतन देने का निर्देश दिया। न्यायालय ने किछौछा चेयरमैन ओंकार गुप्ता, अधिशासी अधिकारी विनय कुमार द्विवेदी और सफाई नायक परमेश्वर दत्त पांडेय समेत तीन लोगों को नोटिस जारी किया है।
खास बात यह है कि कुछ सप्ताह पहले किछौछा नगर पंचायत की बोर्ड की बैठक के दौरान दलित सभासद विनोद कुमार को अध्यक्ष ओंकार गुप्ता ने सरेआम घूसों से निर्ममतापूर्वक पिटाई करके मेज से नीचे गिरा दिया था। टीवी समेत सोशल मीडिया पर यह मामला काफी तेजी से वायरल होने पर चेयरमैन ओंकार गुप्ता की काफी किरकरी हुई थी। चेयरमैन के खिलाफ बसखारी थाने में एससी-एसटी समेत कई संज्ञेय धाराओं में मुकदमा दर्ज हुआ था। हालांकि चेयरमैन ने भी पीड़ित दलित सभासद और एक मुस्लिम सभासद मो. शरीफ समेत दो के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज करावाया था। एक दलित सभासद की पिटाई और एक दूसरे नियमित दलित सफाई कर्मी को वेतन न मिलने से चेयरमैन की छवि लगातार बिगड़ती चली जा रही है। कुछ महीने बाद देश में 2024 का लोकसभा का आम चुनाव भी होना है। किछौछा नगर पंचायत के 17 वार्डों में जनसंख्या करीब 35 हजार के आसपास है और रजिस्टर्ड मतदाता लगभग 20 हजार के आसपास है। जिसमें दलित वोटरों की संख्या भी काफी अधिक है। राजनीतिक विशलेषकों का मानना है कि लोकसभा चुनाव 2024 से पहले यदि जिले के भाजपा शीर्ष नेतृत्व ने किछौछा चेयरमैन के ऊपर प्रभावी अंकुश नहीं लगाया तो उस स्थिति में पार्टी के सांसद प्रत्याशी को किछौछा नगर पंचायत क्षेत्र में दुश्वारियों का सामना करना पड़ सकता है।
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