अंबेडकरनगर। 15 नवंबर, 2020
संपत्ति हस्तांतरण के लिए कूटरचना करने, धोखा के लिए कूटरचना, कूटरचित दस्तावेज का असली की तरह इस्तेमाल करने, छल करना, गाली-गलौज और जान से मारने की धमकी देने समेत कई संज्ञेय धाराओं में केस दर्ज होने के बावजूद अकबरपुर कोतवाली पुलिस आरोपियों पर मेहरबान है। यही कारण है कि पुलिस की ओर से आरोपियों को गिरफ्तार करने की कोई कवायद नहीं की जा रही है।
जिले के शहजादपुर निवासी बृजेश कुमार पुत्र स्व. रामकेवल का अकबरपुर नगर पालिका क्षेत्र में करोड़ों रुपए की बेशकीमती मकान है। मकान का पुराना नंबर 559 और नया नंबर 689 है। इसी 13 अक्तूबर को वादी व पीड़ित बृजेश कुमार ने थाना कोतवाली अकबरपुर में विपक्षियों के खिलाफ 419, 420, 467, 468, 471, 504 व 506 समेत कई गंभीर धाराओं में केस दर्ज करवाया था। भले ही पीड़ित बृजेश कुमार ने अपने विपक्षियों के खिलाफ केस दर्ज करवा लिया हो लेकिन बावजूद इसके बृजेश कुमार के बेशकीमती मकान पर धावा बोला गया और ताकत के बलबूते मकान पर कब्जा करने के उद्देश्य से तोड़फोड़ भी किया गया। आरोप यहां तक है कि इस केस के विवेचक के द्वारा भी कोई कार्रवाई नहीं की गई। उधर, पीड़ित बृजेश कुमार अंततः हाईकोर्ट की शरण में भी गया और कोर्ट ने यथास्थिति बनाए रखने का आदेश भी दिया। लेकिन आरोपियों पर अकबरपुर कोतवाली पुलिस की मेहरबानी से पीड़ित बृजेश की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही है। पीड़ित बृजेश ने सीएम, गवर्नर, डीजीपी, प्रमुख सचिव समेत अन्य को भेजे गए शिकायती प्रार्थना पत्र में हाईकोर्ट के आदेश का अनुपालन करने, आरोपियों को गिरफ्तार करने, जान व माल की रक्षा करने और न्याय के लिए गुहार लगाई है।