नई दिल्ली। 28 सितंबर, 2020
भारत में कोविड के ठीक हुए मरीजों की संख्या ने 50 लाख के कीर्तिमान को भी पीछे छोड़ दिया। पिछले 11 दिनों में ही 10 लाख मरीज ठीक हुए कोविड के ठीक हुए मामलों की संख्या सक्रिय मामलों की तुलना में पांच गुना से भी अधिक हुई।
भारत में कोविड के ठीक हुए मामलों की संख्या ने आज 50 लाख (50,16,520) के कीर्तिमान को भी पीछे छोड़ दिया। रोजाना कोविड के मरीजों के बड़ी संख्या में ठीक होने से भारत की दैनिक रिकवरी का रुख लगातार उच्च स्तर पर बना हुआ है। देश में पिछले चैबीस घंटों के दौरान 74,893 रोगी ठीक हुए हैं।
भारत में पिछले कुछ दिनों से प्रतिदिन 90,000 से अधिक रोगी ठीक हो रहे हैं। इस प्रकार मरीजों के ठीक होने का स्तर बहुत ऊंचा है।
कोविड के ठीक हुए मामलों की संख्या सक्रिय मामलों की तुलना में पांच गुना से भी अधिक हुई है। मरीजों की संख्या में हुई बढ़ोतरी के कारण एक महीने में मरीजों के ठीक होने की संख्या में लगभग 100 प्रतिशत बढ़ोतरी हुई है।
राष्ट्रीय रिकवरी दर बढ़कर 82.58 प्रतिशत
15 राज्य/केन्द्र शासित प्रदेश राष्ट्रीय और सबसे अधिक रिकवरी दर दर्शा रहे हैं।
नए रिकवरी हुए 73 प्रतिशत मामले 10 राज्यों – महाराष्ट्र, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु, दिल्ली, केरल, ओडिशा, पश्चिम बंगाल और पंजाब से बताए जा रहे हैं। महाराष्ट्र का इस तालिका में शीर्ष स्थान है क्योंकि राज्य में ठीक हुए नए मामलों की संख्या 13,000 से अधिक रही है।
जून, 2020 में 1 लाख मरीज ठीक हुए थे, लेकिन उसके बाद कुल रिकवरी में काफी बढ़ोतरी हुई है। केवल पिछले 11 दिनों में ही 10 लाख मरीज ठीक हुए हैं।
कुल ठीक हुए 78 प्रतिशत मामले 10 राज्यों/केन्द्र शासित प्रदेशों में दर्ज हुए हैं। कुल ठीक हुए मामलों में महाराष्ट्र का योगदान सबसे अधिक है। इसके बाद, आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु का योगदान है। देश में पिछले चैबीस घंटों के दौरान कुल 82,170 नए पुष्ट मामले सामने आए हैं। ऐसे 79 प्रतिशत नए मामले 10 राज्यों में केन्द्रित हैं। महाराष्ट्र का इन नए मामलों में 18,000 से अधिक योगदान है। कर्नाटक में नए मामलों की संख्या 9,000 से अधिक है। पिछले चैबीस घंटों में 1,039 मौत दर्ज हुईं हैं। 84 प्रतिशत नई मौत 10 राज्यों/केन्द्र शासित प्रदेशों में हुईं हैं। कल दर्ज हुई 36 प्रतिशत मौत महाराष्ट्र में हुईं हैं। महाराष्ट्र में कल 380 लोगों ने जानें गंवाई जबकि तमिलनाडु और कर्नाटक में क्रमशरू 80 और 79 मौत हुईं।
सूत्र-( स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के हवाले से )