अंबेडकरनगर। 12 जनवरी, 2023
टांडा से वरिष्ठ पत्रकार, अधिवक्ता जावेद सिद्दीकी की रिपोर्ट
दो छोटे बच्चों व एक नाबालिग किशोरी को छोड़कर मां-बाप दोनों असमय ही ईश्वर के प्यारे हो गए। बच्चों का कोई सहारा बचा ही नहीं । ऐसे में कोई मददगार मिल जाए तो उनके जीने का पूरा सहारा हो जाता है।
ऐसा ही सहारा प्रशासन ने बेटी खुशबू व उसके दो छोटे भाइयों को गुरुवार को दिया। गुरुवार को टांडा तहसील क्षेत्र के रसूलपुर दरगाह की निवासी निराश्रित बेटी खुशबू की मदद में प्रशासन ने हाथ बढ़ाया है । उप जिलाधिकारी दीपक वर्मा के निर्देश पर नायब तहसीलदार प्रदीप सिंह व बसखारी थानाध्यक्ष खुशबू की मदद के लिए पहुंचे। खुशबू को दैनिक उपयोग में आने वाली सभी जरूरी वस्तुओं को दिया तो खुशबू की आंख से आंसू निकल पड़े। खुशबू बोली थैंक्यू एसडीएम अंकल ऐसा तो मैंने सोचा ही नहीं था ।
खास बात यह है कि खुशबू के पिता जयराम की मौत हो चुकी है, उसकी मां ने अभी जल्दी ही साथ छोड़ दिया । नाबालिग बेटी खुशबू अपने दो छोटे-छोटे भाइयों के साथ निराश्रित हो गई। खुशबू के न तो मां-बाप हैं और न बड़े भाई बहन, खुशबू खुद को बिल्कुल बेसहारा महसूस कर रही थी। पूरे मामले की जानकारी उप जिलाधिकारी दीपक वर्मा को हुई तो उन्होंने टीम बनाकर खुशबू की मदद के लिए भेजा। गुरुवार को खुशबू की मदद देने पहुंचे नायब तहसीलदार प्रदीप सिंह, क्षेत्रीय लेखपाल सुभाष व बसखारी थानाध्यक्ष अश्वनी कुमार मिश्र ने खुशबू को जरूरत की करीब हर चीज मुहैया करा दी। उप जिलाधिकारी दीपक वर्मा ने बताया कि खुशबू की बराबर प्रशासन मदद करता रहेगा खुशबू को निराश्रित होने का एहसास नहीं होने दिया जाएगा। फिलहाल जरूरत की सभी चीजें खुशबू और उसके दो मासूम भाइयों को मिल गई।