अंबेडकरनगर। 01 मार्च, 2022
अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त किछौछा दरगाह के आस्ताने पर आबरू-ए-अशरफियत पीर सै. निजाम अशरफ अशरफीउल जिलानी साहब के सालाना बरसी पर उर्स व फातिहा का आयोजन किया गया। इस मौके पर एक खास जलसा भी हुआ। आस्ताने पर हुए कार्यक्रम की अध्यक्षता ऑल इंडिया सुन्नी जमीयतुल ओलमा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व सज्जादानशीन सै. मोइनुद्दीन अशरफ अशरफीउल जिलानी ने की और मौलाना सुब्हानी ने संचालन किया।
जलसे की शुरुआत कारी मोहम्मद अशरफ तिलावाते कुरआन से हुई। मौलाना सै. नैयर मियां ने अपने संबोधन में पीर सै. निजाम अशरफ अशरफीउल जिलानी साहब के जीवन पर विस्तार से रोशनी डालते हुए उनके निधन को खानवादए अशरफिया के लिए एक बड़ा नुकसान बताया। मौलाना अशरफ समेत अन्य वक्ताओं/ओलमाओं ने भी जलसे को खिताब किया। वहीं नातखाओं, शायरों ने भी सुरिली व मीठी आवाज में नबी की शान में नातिया कलाम व सूफी संत हजरत मखदूम अशरफ की शान में मनकबत पेश किया। सज्जादानशीन सै. मोइनुद्दीन अशरफ अशरफीउल जिलानी ने जलसे के समापन पर देश की खुशहाली, विश्व शांति व हिन्दू-मुस्लिम एकता के लिए विशेष दुआएं मांगी। इस दौरान किछौछा दरगाह के करीब दो हजार जायरीनों में लंगर के पैकेट का भी वितरण किया गया। उर्स पर हुए विविध कार्यक्रमों में सुल्तान अशरफ, सै. इमरान, चुन्नू मियां, सै. अली, मोहम्मद अशरफ बड़े बाबू, आरिफ मियां, आले मुस्तफा छोटे बाबू, सै. आफताब अशरफ, मौलाना कासिम, अरशद मियां, सै. दस्तगीर समेत अन्य लोग मौजूद रहे।