अंबेडकरनगर। 22 फरवरी, 2023
नौशाद खां अशरफी/अभिषेक शर्मा राहुल
गेहूं की फसल के लिए आने वाले 15 दिन बेहद संवेदनशील है। यह समय गेहूं की बाली के बढ़ने और दानों के भूलने और मोटा होने का है। इस दौरान तापमान लगातार अधिक रहता है तो इसके दाने खराब हो सकते हैं।
यह कहना है इफको केंद्र बसखारी के प्रभारी विक्रय अधिकारी व इफको बाज़ार रसूलाबाद कानपुर देहात के विक्रय अधिकारी ( अतिरिक्त प्रभार ) संजय यादव का। श्री यादव ने जानकारी देते हुए बताया कि गेहूं की फसल के लिए अगले 15 दिन तक 25 से 27 डिग्री तापमान होना चाहिए जबकि अभी तापमान 31 से 33 डिग्री पहुंच चुका है। औसत तापमान में 1 डिग्री की वृद्धि होने पर उत्पादन में 6 प्रतिशत की कमी आती है, अगर 5 डिग्री तापमान लगातार बढ़ता रहा तो 25 से 30 प्रतिशत उत्पादन प्रभावित हो सकता है। किसान भाइयों को चाहिए कि गेहूं की फसल को बचाने के लिए पोटेशियम नाइट्रेट 13 -0- 45 या या पोटेशियम सल्फेट 0-0-50 को 10 ग्राम प्रति लीटर के हिसाब से 125 लीटर पानी में प्रति एकड़ छिड़काव करने के साथ ही सागरिका तरल इफको का 2.5 एमएल प्रति लीटर के हिसाब से पोटेशियम सल्फेट या पोटेशियम नाइट्रेट के साथ मिलाकर छिड़काव करें। ऐसा करने से मौसम के प्रतिकूल प्रभाव से गेहूं की फसल को बचाया जा सकता है।