लखनऊ । 30 नवंबर 2021
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख मायावती ने अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) की जातिगत गणना कराने की मांग की है। साथ ही कहा कि हमारी सरकार आई तो दलित वर्ग के साथ ओबीसी, जाट और मुस्लिम समाज को खास तवज्जो मिलेगी।
बसपा ने यूपी की 86 सुरक्षित सीटों पर दलितों ब्राह्मणों के साथ अब जाट और मुस्लिमों को जोड़ने की तैयारी भी शुरू कर दी है। बसपा सुप्रीमो मायावती ने सोमवार को संबंधित पदाधिकारियों की बैठक की। इसके बाद मीडिया से बात की। उन्होंने कहा कि डॉक्टर भीमराव अंबेडकर ने ओबीसी, दलित वर्ग के लिए सरकारी नौकरी में सुविधाएं और शिक्षा की व्यवस्था की लेकिन अब केंद्र व राज्यों की जातिवादी सरकारें नए नियम कानून बनाकर इन्हें प्रभावहीन करने का प्रयास कर रही हैं। दलितों व आदिवासियों पर जुल्म हो रहा है।
प्रदेश कार्यालय में बसपा प्रमुख मायावती ने कहा कि उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के शासन में खासतौर मुस्लिम वर्ग दुखी है। उन पर फर्जी मुकदमे किए जा रहे हैं। उनको विकसित होने से रोका जा रहा है। बसपा हमेशा जाट, मुस्लिम के लिए सम्मान और तरक्की पर काम करती रही है।
उन्होंने ओबीसी की भी जातिगत गणना कराने की मांग की। कहा कि यूपी में भाजपा सरकार में खासतौर से धार्मिक अल्पसंख्यकों यानी मुस्लिम दुखी नजर आते हैं। उनकी तरक्की रोकी जा रही है फर्जी मुकदमे लगाकर उत्पीड़न किया जा रहा है । नए कानूनों से दहशत फैलाई जा रही है । इसमें बीजेपी का सौतेलापन साफ झलकता है।
उन्होंने कहा कि जब बसपा की सरकार थी तो जाटों मुस्लिमों की तरक्की जान माल की सुरक्षा का हमेशा ख्याल रखा गया। उन्होंने कहा कि सरकार आने पर फिर से इस वर्ग के लोगों का विशेष ख्याल रखा जाएगा। मायावती ने कहा कि सुरक्षित सीटों के अलावा जनरल सीटों पर भी ओबीसी, जाट, मुस्लिम, दलित और ब्राह्मण फार्मूला कार्य करेगा।