अंबेडकरनगर। 29 मई, 2025
नौशाद खां अशरफी/अभिषेक शर्मा राहुल, अकरम वसीम
जिले के प्रसिद्ध सूफी संत हजरत मखदूम अशरफ की किछौछा दरगाह में 2025 के मोहर्रम मेले और 639 वां सालाना उर्स मेले में देश भर से आने वाले अकीदतमंदों के लिए एक अच्छी खबर है। दरगाह के आस्ताने के चौड़ीकरण के क्रम में एक कोठरीनुमा भवन को ध्वस्त कर उसे समतल कर दिया गया है।
इस चौड़ीकरण की पहल का लाभ सीधे तौर पर यहां आने वाले जायरीनों को मिलेगा। किछौछा दरगाह के सज्जादानशीन सै. मोहिउद्दीन अशरफ के संयोजन में खानवाद-ए-अशरफिया से जुड़े लोगों और खादिमों की तंजीम मरकजी तंजीम खुद्दाम-ए-आस्ताना के बीच आम सहमति बनने के बाद आस्ताना चौड़ीकरण का प्रसास सफल हो पाया है। खास बात यह है कि करीब 66 वर्ष पहले किछौछा दरगाह के आस्ताने पर खादिमों की तंजीम की एक कोठरीनुमा इमारत थी। इस कोटरीनुमा भवन में दरगाह के खादिम चिराग बत्ती समेत अपने सामग्रियों को रखा करते थे। ध्वस्त कोठरीनुमा भवन में से जो ईंटें मिली हैं उस पर सन् 1959 अंकित मिला है। कई बार इस कोठरीनुमा भवन को ध्वस्त कर आस्ताने की चौड़ीकरण की कोशिश की गई। लेकिन आम सहमति न बन पाने के कारण यह मामला अधर में लटका रहा।
आस्ताना चौड़ीकरण के कार्य को अंजाम देने के लिए सै. फैजान अहमद चांद, सै. खलीक अशरफ, मोहम्मद अशरफ बड़े बाबू, सै. शोएब अशरफ समेत खानवादए अशरफिया से जुड़े लोगों ने कई महत्वपूर्ण बैठकें कीं। उधर, मरकजी तंजीम खुद्दामे आस्ताना से जुड़े लल्लू खादिम व लड्डू खादिम माहे आलम खादिम, आफरिदी खादिम, जुनैद खादिम ने भी दरियादिली दिखाई और आखिरकार इस भवन को गिराने का मार्ग प्रशस्त हो पाया। हालांकि खानवादए अशरफिया के लोगों ने खादिमों की चिराग बत्ती समेत अन्य सामग्री को रखने के लिए आस्ताने पर जनानी मस्जिद के पास आलमारी का निर्माण कराने के लिए भी प्रस्ताव रखा है।