अंबेडकरनगर । 29 नवंबर, 2024
पूर्व मुख्यमंत्री व एसपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने संभल जामा मस्जिद सर्वे पर सवालिया निशान लगाते हुए आश्चर्य व्यक्त करते हुए कहा कि जिस प्रकार सर्वे टीम के साथ लोग नारे लगाते हुए चल रहे थे, देश के लोकतंत्र के लिए यह ठीक नहीं है। उन्होंने पुलिस की गोली से हुई मौतों पर दुःख प्रकट किया।
मीडिया कर्मियों से वार्ता के दौरान राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बल देकर कहा कि दिल्ली के तख्तो ताज पर काबिज होने के लिए यूपी सरकार और केंद्र सरकार के बीच खींचतान चल रही है। मौजूदा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का नाम लिए बिना उन्होंने इशारों में कहा कि दिल्ली पर काबिज होने के लिए ही संभल समेत यूपी के अन्य स्थानों पर हिसां हुई है। दिल्ली पर हावी होने के लिए जो रास्ता अपनाया जा रहा है, यह ठीक नहीं। उन्होंने जोर देते हुए यह भी कहा कि कोई फॉरेंसिक या कोई साइंटिफिक सिस्टम होनी चाहिए ताकि यह पता लग सके कि मतदान के दौरान एक व्यक्ति ने कितनी बार ईवीएम का बटन दबाया है। उन्होंने कहा कि देश में नाम मात्र का लोकतंत्र रह गया है। लोक तो हैं लेकिन तंत्र ( सिस्टम ) के जरिए आज देश में चुनाव जीते जा रहे हैं, यह काफी चिंता का विषय है।
उधर, सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री व सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव बुधवार शाम को बसखारी ब्लाक के बुढ़नापुर गांव में पहुंचे। यहां पहुंच कर श्री यादव ने पूर्व एमएलसी विशाल वर्मा की माता दमयंती वर्मा के चित्र पर श्रद्धा सुमन अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी।
इसी वर्ष कुछ माह पहले पूर्व विप सदस्य व सपा नेता विशाल वर्मा की मां का निधन हुआ था। लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री व सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव उस दौरान मौके पर पहुंच नहीं पाए थे। ऐसे में बुधवार शाम को बुढ़नापुर में वे पहुंचे और पूर्व एमएलसी विशाल वर्मा की माता को श्रद्धांजलि अर्पित की। सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के आगमन पर यहां विधायक टांडा राममूर्ति वर्मा, विधायक अकबरपुर रामअचल राजभर, एबाद अहमद, सपा जिलाध्यक्ष जंग बहादुर यादव, जिला महासचिव मुजीब अहदम सोनू, एडवोकेट अर्पित वर्मा, मुसाब अजीम, अंकुश पटेल, खलिक अशरफ, पूर्व ब्लाक प्रमुख विजय वर्मा माथुर, अहमद हुसैन खां उर्फ जंगबहादुर बुजुर्ग, सै. आसिफ अशरफ, रईस अहमद, कसीम अशरफ, बबलू यादव, फैजान खां, फूलचंद वर्मा, कुलदीप वर्मा, गप्पू वर्मा, रामअक्षयर मौर्या, धमेंद्र कुमार, मेराज अहमद, अमरजीत सिंह बबलू, यहिया अशरफ समेत अन्य लोग मौजूद रहे।
