अंबेडकरनगर। 17 मई, 2024
अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त किछौछा दरगाह में सूफी संत हजरत मखदूम अशरफ का 638 वां दो दिवसीय सालाना गुस्ल मुबारक शुक्रवार को संपन्न हुआ। इस मौके पर आए हुए जायरीनों, देश की खुशहाली व विश्व शांति के लिए दुआएं मांगी गई। उधर, इस कार्यक्रम के समापन होते ही देश के विभिन्न प्रांतों-शहरों से भारी संख्या में पहुंचे जायरीनों/श्रद्धालुओं ने अपने घरों को लौटना शुरू कर दिया है।
किछौछा दरगाह के आस्ताने पर गुस्ल मुबारक के मद्देनजर विशेष जलसा गुरुवार रात 11 बजे से शुरू होगा। जलसे को विभिन्न मौलानाओं, ओलमाओं समेत वक्ताओं ने संबोधित किया। सभी वक्ताओं ने अपने संबोधन में सूफी संत हजरत मखदूम अशरफ के मानवता व इंसानी हमदर्दी को समर्पित उनके जीवन पर विस्तार से प्रकाश डाला। वहीं कई नातखांओं, शायरों ने नबी की शान में नात व वली की शान में कसीदे पढे। देर रात करीब ढाई बजे जलसे का सलातो सालम के साथ समापन हुआ। जलसे के अंत में मुतवल्ली व सज्जादानशीन सै. मोहिउद्दीन अशरफ की मौजूदगी में जानशीन सै. मोहामिद अशरफ उर्फ शारिक मियां ने खास दुआएं मांगी। भोर में करीब चार बजे सूफी संत हजरत मखदूम अशरफ के रौजे मुबारक ( समाधि स्थल ) को केवड़ा व गुलाब जल से धोया गया। इंतेजामिया कमेटी अध्यक्ष सै. अजीज अशरफ ने बताया कि गुस्ल मुबारक की रस्म पूरी होते ही शुक्रवार दोपहर एक बजे तक दरगाह का मुख्य गेट और दर्शन बंद रहा। साप्ताहिक जुमे की नमाज के बाद संदलपोशी और गुलपोशी की रस्म को अंजाम दिया गया। इसके उपरांत पुनः दर्शन के लिए मेन गेट खोला गया। गुस्ल मुबारक के विविध कार्यक्रमों में मेराज अशरफ एडवोकेट, बदीउद्दीन अशरफ, सै. खलीक अशरफ, शेखू मियां, फहद अशरफ समेत अन्य लोग मुख्य रूप से मौजूद रहे।
पूरी रात डटी रही पुलिस फोर्स : दो दिवसीय गुस्ल मुबारक के मद्देनजर एसपी डॉ. कौस्तूभ के निर्देश पर बसखारी थाना प्रभारी संत कुमार सिंह कई थाने के एसएचओ, दर्जनों उपनिरीक्षक, पुलिस कांस्टेबल, महिला पुलिसकर्मी के साथ भीड़ को नियंत्रित करने के लिए कड़ी मशक्कत करते हुए नजर आए। गुरुवार रात से लेकर शुक्रवार सुबह तक बसखारी थाना प्रभारी निरीक्षक श्री सिंह मय पुलिस फोर्स को लेकर दरगाह के आस्ताने पर मुस्तैद दिखे। उधर, इंतेजामिया कमेटी अध्यक्ष सै. अजीज अशरफ ने गुस्ल मुबारक पर पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था मुहैया कराने पर पुलिस अधीक्षक का तहे दिल से शुक्रिया अदा किया है।