अंबेडकरनगर। 07 सितंबर, 2023
प्रसिद्ध सूफी संत हजरत मखदूम अशरफ की किछौछा दरगाह पर पवित्र तालाब नीर शरीफ के तट पर गुरुवार देर शाम को चेहल्लुम की मशहूर ताजिया को सुपुर्दे खाक किया गया। इस मौके पर कस्बा बसखारी समेत अन्य स्थानों की छोटी-बड़ी ताजियों को भी दफनाया गया। हालांकि बारिश के कारण चेहल्लुम के अनुष्ठान में कुछ खलल जरूर पड़ा।
गुरुवार शाम को करीब छह बजे मजार पहलवान शहीद कब्रिस्तान परिसर में बने चौक से दरगाह समेत अन्य स्थानों की ताजियों के उठने का क्रम शुरू हो जाएगा। विभिन्न ताजियों का काफिला एक साथ सम्मिलित होकर ऐतिहासिक सलामी गेट, मलंग गेट होते हुए अंत में दरगाह शरीफ में पहुंचा। देर शाम को गमगीन माहौल में दरगाह की बड़ी ताजिया, बसखारी कस्बे की ताजिया समेत अन्य छोटी-बड़ी ताजियों को पवित्र तालाब नीर शरीफ के किनारे दफना दिया गया। चेहल्लुम पर हुए कार्यक्रमों में सज्जादानशीन व मुतवल्ली सै. मोहिउद्दीन अशरफ, इंतेजामिया कमेटी के अध्यक्ष सै. अजीज अशरफ समेत अन्य लोगों ने सहभागिता की। खास बात यह है कि चेहल्लुम में देश के विभिन्न प्रांतों-शहरों से आए करीब एक लाख लोगों ने सहभागिता की। उधर, सुरक्षा व्यवस्था में एसओ बसखारी इंस्पेक्टर जय प्रकाश सिंह, एसएसआई अमरनाथ यादव, एसआई कृपाशंकर यादव समेत अन्य स्टाफ ने कड़ी मशक्कत की।