लखनऊ। 15 जनवरी 2023
जिलाधिकारी सूर्य पाल गंगवार ने 10 फरवरी से शुरू होने फाइलेरिया अभियान में सभी से दवा खाने की अपील की है। इसके लिए उन्होंने एक वीडियो भी जारी किया है। वीडियो में उनके साथ बिल एंड मिलेंडा गेट्स फाउंडेशन के नेगलेगटेड ट्रापिकल डीजीज (एनटीडी) के कंट्री लीड डॉ भूपेन्द्र त्रिपाठी भी मौजूद हैं।
डीएम ने अपनी अपील में कहा कि फाइलेरिया एक कभी न ठीक होने वाली बीमारी है। जनपद और प्रदेश से इस बीमारी को पूरी तरह से समाप्त करने के लिए 10 फरवरी से फाइलेरिया उन्मूलन अभियान चलाया जाएगा। इसके तहत आशा और स्वास्थ्य कार्यकर्ता घर-घर जाकर इसकी तीन दवा (डीईसी, आइवरमेकटिन और एलबेनडजोल) खिलाएंगे। यह दवा उम्र और वजन के हिसाब से दी जाएगी लेकिन एलबेनडजोल चबाकर ही खानी है। वीडियो में डीएम बता रहे हैं कि फाइलेरिया मच्छर से फैलने वाली बीमारी है। इसके लक्षण पांच-10 वर्ष बाद दिखते हैं। इस बीमारी में हाथीपांव और हाइड्रोसील जैसी समस्या पैदा होती है। अभियान के दौरान स्कूल में भी शत प्रतिशत दवा सेवन की जिम्मेदारी प्रबंधन को सुनिश्चित करनी होगी। यह दवा किसको-किसको नहीं खानी है इसके लिए डॉ भूपेन्द्र त्रिपाठी, एनटीडी के कंट्री लीड, बीएमजीएफ ने वीडियो में विस्तार से जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि दो वर्ष से कम उम्र के बच्चों, गर्भवती महिलाओं और गंभीर बीमारी से ग्रस्त लोगों को फाइलेरिया की दवा नहीं खानी है। इसके अलावा सभी लोगों को एक ही दिन इस दवा का सेवन आशा या स्वास्थ्य कार्यकर्ता के सामने ही करना है। यह दवा कुछ खाकर ही पानी से खानी है। दोनों अधिकारी वीडियो में अपील करते हुए दिख रहे हैं कि फाइलेरिया को जड़ से खत्म करना है इसलिए हम सभी को 10 फरवरी के फाइलेरिया उन्मूलन अभियान में पूरा सहयोग करना है।