अंबेडकरनगर। 07 मई, 2022
मदारिसे अरबिया टीचर्स एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष मौलाना सै. वली अशरफ अशरफीउल जिलानी की मां सैयदा अजीजुन्निशा के चेहल्लुम के मौके पर विशेष जलसा समेत विविध कार्यक्रमों का आयोजन हुआ। सै. मजहरूद्दीन अशरफ की सरपरस्ती में रईसे मिल्लत सै. रईस अशरफ सज्जादानशीन खंबात गुजरात की अध्यक्षता में हुए कार्यक्रम का संचालन मौलाना कयूम साहब ने किया।
मुख्य व अंतर्राष्ट्रीय वक्ता जानशीन महबूबुल ओलमा सै. आलमगीर अशरफ ने जलसे को संबोधित करते हुए कहा कि किसी भी इंसान की मौत के बाद जिस्म मर जाता है लेकिन रूह नहीं मरती। जिस्म के मरने के साथ सभी ख्वाहिेशें भी मर जाती हैं और नफ्स भी मर जाता है। उन्होंने अपील करते हुए कहा कि इस्लाम धर्म के आखिरी पैगंबर के नक्शे कदम पर चल कर जिंदगी गुजारें और इंसानी हमदर्दी की मिसाल कायम करें। मौलाना फखरे आलम आस्ट्रेलिया समेत अन्य वक्ताओं ने भी जलसे को संबोधित किया। सै. सलमान मिस्बाही समेत अन्य नातखांओं ने नबी की शान में नातिया कलाम पेश किया। खलीक अशरफ ने सलातो सलाम पढ़़ा। सज्जादानशीन जहांगीर सानी व अजमलुल ओलमा सै. अजमल मियां ने जलसे के समापन के दौरान खास दुआएं मांगी। सैयदा अजीजुन्निशा के फातिहा चेहल्लुम पर हुए विविध कार्यक्रमों में सै. मोहम्मद असलम धावां शरीफ गाजीपुर, पीरे तरीकत सै. सलाहुद्दीन अशरफ, सै. करीम अशरफ, सै. शमसाद अशरफ, मौलाना जलालुद्दीन, मुफ्ती इलियास साहब, शैखुल हदीस मौलाना सिद्दीक साहब, रस्सू मियां समेत अन्य लोग मौजूद रहे।
