अंबेडकरनगर। 22 जुलाई, 2025
अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त किछौछा दरगाह में सूफी संत हजरत मखदूम अशरफ के 639वें सालाना उर्स के तीसरे दिन मंगलवार शाम को सज्जादानशीन सै. शाह हसीन अशरफ अशरफीउल जिलानी ने खिरका मुबारक पहनकर उर्स की रसूमात अदायगी की। इस मौके पर उन्होंने उर्स में आए हुए अकीदतमंदों/दर्शनार्थियों, भारत की खुशहाली व विश्व शांति के लिए दुआएं मांगी।
सज्जादानशीन सै. शाह हसीन अशरफ ने आस्ताने पर संदलपोशी, गुलपोशी व रस्म-ए-गागर भी अदा किया। इसके पूर्व सज्जादानशीन सै. हसीन अशरफ का जुलूस मंगलवार दोपहर 03.15 बजे किछौछा नगर में स्थित आवास से रवाना हुआ। सज्जादानशीन पालकी में बैठे हुए थे। सज्जादानशीन के जुलूस का काफिला किछौछा बाजार, नगर पंचायत कार्यालय तिराहा, सलामी गेट होते हुए अंत में शाम करीब साढ़े चार बजे दरगाह में स्थित खानकाहे अशरफिया मकसूदिया में पहुंचा। जगह-जगह रास्ते में सज्जादानशीन हसीन अशरफ के पालकी के ऊपर फूलों से बारिश करके व आतिशबाजी से लोगों ने उनका इस्तकबाल किया गया। शाम करीब 6 बजे अहले खानदान, ओलमा, मशायख, खुद्दाम, मुजाविरीन और फोकराओं के साथ सज्जादानशीन आस्ताने पर पहुंच कर खिरकापोशी की। वहां मौजूद सभी लोगों ने उनका इस्तकबाल किया। सै. शोएब अशरफ ने बताया कि आस्ताने पर रात 9 बजे से आयोजित महफिल-ए-समा ( विशेष फकीरी कव्वाली) में सज्जादानशीन सै. हसीन अशरफ ने सहभागिता की। 26 मोहर्रम की उर्स की रसूमात अदायगी के दौरान मौलाना शमसाद, सै. नूर मियां, सै. नैयर अशरफ, सै. जिलानी अशरफ, सै. अहमद अशरफ, सै. शादाब हैदर, सै. मोनी मियां समेत खानवादए अशरफिया के सदस्यगण मौजूद रहे।












































