अंबेडकरनगर। 24 अक्तूबर, 2022 नौशाद खां अशरफी/अभिषेक शर्मा राहुल/अकरम वसीम सोनू
प्रसिद्ध सूफी संत हजरत मखदूम अशरफ की किछौछा दरगाह में प्रकाश पर्व दीपावली के दिन अर्थात् सोमवार से अगहन मेला शुरू गया है। यह अगहन मेला 40 दिनों तक जारी रहेगा। मेले में प्रदेश के कई जनपदों से लाखों की संख्या में श्रद्धालु सहभागिता करेंगे।
खास बात यह है कि दीपावली के दिन सोमवार शाम को बड़ी संख्या में आए हुए दर्शनार्थियों ने 635 वर्ष पुराने पवित्र तालाब के तट के चारों ओर आस्था के तौर पर घी के दिए रोशन किए और खुशबूदार अगरबत्ती जलाए। पूरा दरगाह परिसर दियों की रोशनी से जगमगाता रहा और अगरबत्तियों की धुआं से पट रहा। जनचर्चा के अनुसार इसे अगहन मेला का असली तेवर कहा जाता है। दीपावली के अलावा एकादशी, प्रत्येक गुरुवार व शुक्रवार अगहन मेला के मुख्य दिवस के रूप में जाने जाते हैं। अगहन मेले में मुख्यतः हिन्दू समाज के लोग ही ज्यादा संख्या में आते हैं। मुस्लिम जायरीनों की तादात कम रहती है। आजमगढ़, मऊ, बलिया, गाजीपुर, जौनपुर, वाराणसी, गोंडा, बस्ती, बहराइच समेत पूर्वाचंल के विभिन्न जनपदों, पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड, मध्य प्रदेश, उड़िसा, असोम समेत कई राज्यों के दर्शनार्थियों का भारी संख्या में आगमन होता है। उधर, अगहन मेले में जुटी जायरीनों की भीड़ प्रतिदिन हजारों लीटर तालाब नीर शरीफ का जल पीने के लिए अपनों घरों को ले जाती है। ऐसे में तालाब में जल का औसत बनाए रखने के लिए स्थानीय नलकूप से बराबर पानी छोड़े जाने की जरूरत है और पानी की सफाई के लिए तालाब में चूना व औषधियों का छिड़काव भी बेहद जरूरी है। लेकिन मौजूदा समय में माकूल इंतजाम नहीं दिख रहा है।