अंबेडकरनगर। 02 अप्रैल, 2025
संसद में बुधवार को वक्फ संशोधन बिल पेश होने पर किछौछा दरगाह के सज्जादानशीन व ऑल इंडिया सुन्नी जमीयतुल ओलमा के राष्ट्रीय अध्यक्ष सै. मोइनुद्दीन अशरफ अशरफीउल जिलानी उर्फ मोइन मियां बेहद आहत व नाराज हैं। उन्होंने बल देकर कहा कि वर्तमान वक्फ बिल देश के संविधान के मूल भावनाओं के विपरीत है और मुस्लिम समाज को अलग-थलग करने का प्रयास है।
सज्जादानशीन सै. मोइनुद्दीन अशरफ ने आरोप लगाते हुए कहा कि संसद की संयुक्त समिति ( जेपीसी ) के पास यह मामला भेजा गया था लेकिन ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड और विपक्षी दलों के सभी सुझावों को वर्तमान केंद्र सरकार ने खारिज कर दिया जो वास्तव में काफी चिंताजनक कृत्य है। उन्होंने कहा कि पूर्व में वक्फ बोर्ड के सभी पदाधिकारी अनिवार्य रूप से मुस्लिम समाज के होते थे। लेकिन केंद्र सरकार ने इस अनिवार्यता को खत्म कर दिया है। अब वक्फ बोर्ड के महत्वपूर्ण पदों पर सरकार के लोग बैठेंगे। इस तरह से वक्फ बोर्ड को देश के मुस्लिम समाज के लोगों से छीन लिया गया है। ऑल इंडिया सुन्नी जमीयतुल ओलमा के राष्ट्रीय अध्यक्ष मोइन मियां ने कहा कि यदि संसद में यह बिल पास जाती है और सरकार अपनी मनमानी हरकत जारी रखती है तो उस स्थिति में कानूनी विकल्पों पर अवश्य विचार किया जाएगा।
