अंबेडकरनगर। 15 अप्रैल, 2021
अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त किछौछा दरगाह के सज्जादानशीन व प्रख्यात शिक्षण संस्था कादरिया अशरफिया के प्रेसीडेंट सै. मोइनुद्दीन अशरफ अशरफीउल जिलानी की पहल पर किछौछा शरीफ के रोजेदार जायरीनों/अकीदतमंदों में पीरजादगान इंतेजामिया कमेटी के तरफ से रोजा इफ्तार कराने का सिलसिला पहली रमजान से ही शुरू हो गया है। कोरोना की दूसरी लहर के मद्देनजर गाइडलाइन का पालन करते हुए जायरीनों में मुफ्त में इफ्तार पैकेट का वितरण कराया जा रहा है।
सज्जादानशीन सै. मोइनुद्दीन अशरफ उर्फ मोइन मियां और पीरजादगान इंतेजामिया कमेटी की इस कवायद का दरगाह के जायरीनों और खानवादए अशरफिया के लोगों ने स्वागत किया है। कोरोना महामारी से पहले दरगाह के आस्ताने पर बिठा कर सामूहिक रूप से पिछले कई वर्षों से लगातार सैकड़ों-हजारों जायरीनों को रोजा इफ्तार कराया जाता रहा है। दरगाह के आस्ताने पर बिठा कर रोजा इफ्तार कराने से एक खास किस्म की रौनक सूफी संत हजरत मखदूम अशरफ की दरगाह पर दिखाई पड़ती थी। लेकिन वर्ष 2020 की कोरोना की पहली लहर और अब 2021 की दूसरी लहर ने उस रौनक को एक तरीके से खत्म कर दिया है। हालांकि मुंबई से सज्जादानशीन सै. मोइनुद्दीन अशरफ ने दूरभाष पर बताया कि खानवाए अशरफिया के लोगों की यह नैतिक जिम्मेदारी है कि वे हजरत मखदूम अशरफ के जायरीनों की खिदमत करने का क्रम जारी रखें। खानवादए के वे लोग जो जायरीनों की सेवा में लगे हुए हैं, मैं सभी पीरजादों का शुक्रिया अदा करता हूं।
खास बात यह है कि मुंबई में भी सज्जादानशीन मोइनुद्दीन अशरफ की पहल पर हर रोज दो हजार लोगों का रोजा इफ्तार और एक हजार लोगों के सेहरी का इंतेजाम किया गया है।