अंबेडकरनगर। 12 अक्तूबर, 2023
आउटसोर्सिंग के सफाई कर्मियों के साथ सुविधा शुल्क की रकम की कथित रूप से की गई मांग के विरोध में करीब दो सौ सफाई कर्मीं किछौछा नगर पंचायत कार्यालय के प्रवेश द्वार पर धरने पर बैठ गए। सफाई कर्मियों का धरना प्रदर्शन करीब पांच घंटे तक चला।
बताया जाता है कि आउटसोर्सिंग के सात सफाई कर्मियों को किछौछा नगर पंचायत से निष्काषित कर दिया गया और उन्हें सफाई कार्य करने से मना कर दिया गया। इसकी जानकारी होने पर करीब दो सौ सफाई कर्मी गुरुवार प्रातः 9 बजे से धरने पर बैठ गए। धरने में शामिल प्रदर्शकारी सफाईकर्मी झाड़ू वगैरह लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। धरने में शामिल सफाई कर्मी हाथों में तख्यितयां लिए हुए भ्रष्टाचार मुर्दाबाद और सफाई कर्मी एकता जिंदाबाद के नारे लगा रहे थे। जिसके फलस्वरूप काफी अफरातफरी का माहौल रहा। दोपहर करीब दो बजे तक धरना प्रदर्शन जारी रहा। विजय कुमार, पप्पू, नूर मोहम्मद, उदयराज, धर्मेंद्र, कलीम, सुरेंद्र कुमार रामचेत, मदनलाल, अमरनाथ, संजय, रमेश कुमार, मनीराम, नियाज मोहम्मद, भोलाराम, जबीउल्लाह, कल्लन, मेराज अहमद, मो. शरीफ, सुनील कुमार, समीउल्लाह, वाहिद अली, चन्द विजय, रवींद्र कुमार समेत आउटसोर्सिंग क सभी सफाई कर्मियों ने किछौछा नगर पंचायत के अध्यक्ष पर कई गंभीर आरोप लगाया। सफाईकर्मी ज्ञापन लेकर इस मांग पर अड़े रहे कि कोई प्रशासनिक अहलकार मौके पर पहुंचे और समस्या का समाधान कराए। हालांकि कोई अहलकार नहीं पहुंचा। उधर, अधिशासी अधिकारी विनय कुमार द्विवेदी धरना प्रदर्शन की अगुआई कर रहे चंद सफाईकर्मियों से वार्ता करने के लिए इच्छुक दिखे। लेकिन विरोध कर रहे सभी सफाई कर्मी ये चाहते थे कि ईओ धरना स्थल पर आकर उनकी समस्या सुनें। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। काफी देर बात ईओ ने कुछ सफाई कर्मियों को वार्ता के लिए बुलाया। ईओ और सफाईकर्मियों के बीच काफी देर तक बातचीत हुई। लेकिन कोई सर्वमान्य हल निकल नहीं पाया।
ईओ विनय कुमार द्विवेदी ने हिन्दुस्तान से वार्ता के दौरान सफाईकर्मियों से पैसा मांगने के आरोप का खंडन किया है। उन्होंने यह भी बताया कि लापरवाही और अनियमितता बरतने पर आउटसोर्सिंग के सात सफाई कर्मियों को निकाला गया है। सफाईकर्मियों और नगर पंचायत प्रशासन के बीच उपजे विवाद का जल्द हल न होने पर निकाय क्षेत्र की सफाई व्यवस्था चरमरा सकती है।