अंबेडकरनगर। 21 मार्च, 2023
एनटीपीसी-टांडा द्वारा अपने सामाजिक नैगमिक दायित्व कार्यक्रम के अन्तर्गत परियोजना प्रभावित गाँवों की महिलाओं के लिए डेढ़ माह हेतु ‘सिलाई एवं आधुनिक परिधान प्रशिक्षण कार्यशाला’ का शुभारम्भ कर्मचारी विकास केन्द्र, एनटीपीसी कॉलोनी में किया गया। इस प्रशिक्षण का आयोजन शांति निकेतन जन सेवा समिति, वाराणसी के सहयोग से किया जा रहा है।
आत्मनिर्भर भारत एवं नारी सशक्तिकरण कार्यक्रम के तहत महिलाओं को ‘सिलाई एवं आधुनिक परिधान प्रशिक्षण कार्यशाला’ में आमदनी बढ़ाने के संबंध में समुचित प्रशिक्षण दिया जाएगा। कार्यक्रम में मुख्य महाप्रबंधक बी.सी.पलेई, विभागाध्यक्ष (मानव संसाधन) रजनीश खेतान, उप-महाप्रबंधक (मानव संसाधन) मृणालिनी, शांति निकेतन जन सेवा समिति अध्यक्ष अजय तिवारी, कटरिया ग्राम प्रधान ब्रह्मादीन वर्मा, फ़तेहपुर ग्राम प्रधान आज़ाद राजभर एवं प्रशिक्षणदाता समिति उपस्थित रही।
इस अवसर पर टांडा परियोजना के मुख्य महाप्रबंधक बी.सी.पलेई ने महिलाओं से संवाद स्थापित किया। उन्होंने कहा कि एनटीपीसी टांडा द्वारा परियोजना प्रभावित क्षेत्र की महिलाओं को स्वावलंबी और आत्मनिर्भर बनाने के लिए विविध प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जाते रहे हैं। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्देश्य महिलाओं के कौशल में बढ़ोत्तरी के साथ-साथ रोजगार के नए अवसर सृजित करना हैं। यह प्रशिक्षण महिलाओं के लिए आत्मनिर्भरता का मार्ग प्रशस्त करेगा। इसके साथ ही उन्होंने प्रशिक्षण प्राप्त करने के लिए महिलाओं को अपनी शुभकामनाएं दीं। उन्होनें कहा कि भविष्य में ऐसे कार्यक्रम चलाए जाते रहेगें जिससे आसपास के लोगों को रोजगार के नए अवसर मिलेगें।
इस अवसर पर विभागाध्यक्ष (मानव संसाधन) रजनीश खेतान ने अपने संबोधन में महिलाओं का हौसला बढ़ाया तथा प्रशिक्षण सफलतापूर्वक सम्पन्न करने के लिए निर्देश भी दिएद्य ग्राम प्रधान श्री आज़ाद राजभर एवं ब्रह्मादीन वर्मा ने एनटीपीसी टांडा द्वारा आयोजित नियमित कौशल विकास कार्यक्रमों की सराहना की। उन्होंने कहा कि एनटीपीसी टांडा द्वारा आयोजित कार्यक्रम हम सबके विकास में पूर्ण सहायक सिद्ध हो रहे हैं।
समारोह में सम्मिलित प्रशिक्षणार्थियों ने रोजगार सृजित करने के उद्देश्य से आयोजित इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में स्वयं के चयन के लिए एनटीपीसी टांडा प्रबंधन के प्रति आभार प्रकट किया। कार्यक्रम का संयोजन उप-महाप्रबंधक (मानव संसाधन) मृणालिनी द्वारा एवं संचालन सियासरन द्वारा सफलतापूर्वक किया गया।