अंबेडकरनगर। 09 मार्च, 2023
नौशाद खां अशरफी
सूफी संत हजरत मखदूम अशरफ के अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त किछौछा दरगाह के सज्जादानशीन और ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के उपाध्यक्ष सै. फखरुद्दीन अशरफ किछौछवी अब इस दुनिया में नहीं रहे। उन्होंने गुरुवार शाम को लखनऊ के पीजीआई अस्पताल में इस दुनिया को अलविदा कहा। वे करीब 73 वर्ष के थे। वे यूपी हज कमेटी के मेंबर भी रह चुके हैं।
बीमार पड़ने के कारण सज्जादानशीन सै. फखरुद्दीन अशरफ को पहले लखनऊ के मेदांता हास्प्टिल में भर्ती कराया गया था। मेदांता में वे करीब 21 दिनों तक थे। इसी शनिवार को उन्हें पीजीआई लखनऊ में भर्ती कराया गया था। खास बात यह है कि किछौछा दरगाह में सूफी संत हजरत मखदूम के वार्षिक उर्स के मुख्य दिवस पर ( 28 मोहर्रम ) सैकड़ों वर्ष पुराना मखदूम साहब का खिरका-ए-मुबारक ( झुब्बानुमा पोशाक ) पहन कर सै. फखरुद्दीन अशरफ सज्जादानशीन के तौर पर विशेष दुआ करते थे। उनकी दुआ ( प्रार्थना ) में काफी असर भी था। सज्जादानशीन सै. फखरुद्दीन अशरफ का पूरे भारत में करीब 50 हजार से अधिक शिष्य भी हैं। उनके निधन से किछौछा दरगाह से जुड़े खानवादए अशरफिया के लोगों और किछौछा दरगाह के देश भर के जायरीन काफी सदमे में हैं। फिलहाल अभी यह तय नहीं किया गया है कि उन्हें कब सुपुर्दे खाक किया जाएगा।
बताया जाता है कि शुक्रवार दोपहर 3 बजे बसखारी स्थित आवास से सज्जादानशीन सै. फखरुद्दीन अशरफ का जनाजा किछौछा दरगाह के लिए रवाना होगा। असर की नमाज ( 4.30 ) के बाद आस्ताने पर नमाजे जनाजा अदा की जाएगी। भारी भीड़ को देखते हुए जनाजे की कई नमाज की व्यवस्था की गई है।