अंबेडकरनगर। 08 सितंबर, 2021
सूफी संत हजरत मखदूम अशरफ के चार दिवसीय वार्षिक उर्स के सबसे महत्वपूर्ण दिवस मंगलवार को सज्जादानशीन व ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के उपाध्यक्ष सै. फखरुद्दीन अशरफ अशरफीउल जिलानी ने परंपरा अनुसार खिरकापोशी की रस्म को अंजाम दिया। इस मौके पर उन्होंने रस्मे गागर भी अदा किया।
28 मोहर्रम के दिन ही सूफी संत हजरत मखदूम अशरफ का स्वर्गवास हुआ था। मंगलवार को 28 मोहर्रम था। सज्जादानशीन ने उस अशआर ( पंक्तियों ) को भी सुना जिसे सुनकर मखदूम साहब ने इस दुनिया को अलविदा कहा था। रस्म के मुताबिक सज्जादानशीन सै. फखरुद्दीन अशरफ किछौछवी सैकड़ों साल पुराना सूफी संत हजरत मखदूम अशरफ के प्राचीन व ऐतिहासिक खिरका मुबारक ( झुब्बानुमा पोशाक ) पहन कर व हाथ में छड़ी मुबारक लेकर दर्शन देने के लिए शाम करीब साढ़े पांच बजे दरगाह शरीफ के आस्ताने पर आए हुए थे। उन्होंने विश्व शांति, देश की तरक्की व कोरोना महामारी से मुक्ति के लिए खास दुआएं मांगी। खास बात यह है कि कोरोना महामारी के मद्देनजर इस वर्ष के उर्स के व्यापक कार्यक्रमों के आयोजन के बजाए सिर्फ सीमित कार्यक्रम ही आयोजित हुए। इसके पूर्व सज्जादानशीन सै. फखरुद्दीन अशरफ किछौछवी सुबह 10 बजे बसखारी स्थित अपने आवास से किछौछा दरगाह के लिए रवाना हुए। दरगाह पहुंचने पर ओलमा, मशायख, मुजाविरीन, खुद्दामीन, मुरीदीन, अकीदतमंदों ने सज्जादानशीन का इस्तकबाल किया।
खिरकापोशी की रस्म अदायगी के दौरान सै. मेराज अशरफ एडवोकेट ने सूफी संत हजरत मखदूम अशरफ की शान में गजब की तकरीरें कीं। रस्मे खिरकापोशी समेत विविध कार्यक्रमों में सै. फैजान अहमद चांद, खलीक अशरफ, मोलाना कासिम, पूर्व विधायक पुत्र मुसाब अजीम, सपा जिला महासचिव मुजीब अहमद सोनू, वरिष्ठ सपा नेता नफीस अहमद सिद्दीकी, एडवोकेट हेलाल अशरफ, सै. कसीम अशरफ, मेराज अहमद, फहाद अशरफ, सईद मुजाविर, प्रबंधक जोहेब खान, सपा नेता फैजान खां, मास्टर कयामुद्दीन,, वहाजुद्दीन अशरफ, बदीउद्दीन अशरफ, मिनहाज अशरफ समेत अन्य लोग मौजूद रहे।