अंबेडकरनगर। 03 अक्तूबर, 2025
किछौछा नगर पंचायत के अध्यक्ष के द्वारा वित्तीय अनियमितता को अंजाम देना काफी महंगा पड़ा है। इस वित्तीय अनियमितता के चलते अध्यक्ष की कुर्सी फिलहाल डगमगाने लगी है। वित्तीय अनियमितता के मद्देनजर एक पत्र जारी किया गया है। जारी पत्र में यह कहा गया है कि तात्कालिक प्रभाव से अध्यक्ष के वित्तीय एवं प्रशासनिक शक्तियों, कृतियों के निष्पादन एवं निर्वहन से उन्हें प्रविरत ( अलग ) किया गया है जब तक की कारण बताओं नोटिस में अंकित आरोपी से अध्यक्ष विमुक्त नहीं हो जाते।
शक्तियों के प्रविरत रहने की अवधि के दौरान चेंयरमैन किछौछा के वित्तीय एवं प्रशासनिक शक्तियों का प्रयोग और निष्पादन जिला मजिस्ट्रेट अथवा उनके द्वारा निर्दिष्ट अधिकारी करेंगे।
बताया जाता है कि 21 सितंबर 2022 को आउटसोर्सिंग कर्मचारियों की आपूर्ति के लिए सर्विस चार्ज 4.5 प्रतिशत पर मेसर्स ए.एम. एंड संस को टेंडर मिला था। टेडर का अनुबंध 2024 तक था। लेकिन किछौछा नगर पंचायत के अध्यक्ष ओंकार गुप्ता के तरफ से यह अनुबंध निरस्त कर दिया गया। इसके खिलाफ मेसर्स ए.एम एंड संस ने इलाहाबाद उच्च न्यायालय की लखनऊ खंडपीठ में याचिका भी दाखिल किया था। इस पूरे प्रकरण की तत्कालीन जिलाधिकारी अविनाश सिंह के द्वारा जांच करायी गई थी।
आरोप है कि सारे नियम-कानून को ताक पर रख करके अध्यक्ष ओमकार गुप्ता और तत्कालीन अधिशासी अधिकारी विनय कुमार द्विवेदी ने 9 प्रतिशत सर्विस चार्ज के हिसाब से मेसर्स जेके इंफ्रा को यह टेंडर दे दिया। बताया जाता है कि मेसर्स जेके इंफ्रा को ठेका देने में अध्यक्ष ओंकार गुप्ता और तत्कालीन अधिशासी अधिकारी विनय कुमार द्विवेदी के द्वारा भ्रष्टाचार किया गया। इस वित्तीय अनियमितता के मामले में सभासद विनोद कुमार के द्वारा भी शिकायत की गई थी।
पर कतरने के लिए एक पत्र जारी किया गया है। बताया जाता है कि वित्तीय अनियमितता के मामले में उत्तर प्रदेश नगर पालिका अधिनियम 1916 की धारा 48 के प्रावधानों के तहत तात्कालिक प्रभाव से किछौछा नगर पंचायत के अध्यक्ष के वित्तीय एवं प्रशासनिक शक्तियो, कृत्यों के निष्पादन एवं निर्वहन से तब तक के लिए प्रविरत ( हटाना या अलग ) किया गया है जब तक कि कारण बताओं नोटिस में अंकित आरोपी से वे विमुक्त नहीं हो जाते। शक्तियों के प्रतिवरत रहने की अवधि के दौरान अध्यक्ष किछौछा के वित्तीय एवं प्रशासनिक शक्तियों का प्रयोग और निष्पादन जिलामजिस्ट्रेट अथवा उनके द्वारा निर्दिष्ट अधिकारी से होंगे। उधर, ईओ किछौछा संजय जैसवार से पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि एक नोटिस का तामीला कराने की कवायद में वे जुटे हुए हैं। चेयरमैन ओंकार गुप्ता से संपर्क स्थापित होने पर इसका तामीला करवा दिया जाएगा।











































